दरअसल, सोनू शर्मा सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित आकाश विकास कॉलोनी के सेक्टर-10 के एक घर में प्रथम तल पर अपने परिवार के साथ रहता था। बुधवार सुबह परिवार वालों ने जब ऊपर जाकर देखा तो वहां कमरे में सोनू, उसकी पत्नी गीता और सृष्टि के शव फंदे से लटके हुए थे। परिजनों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और मामले की जांच शुरू की। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसे परिवार के मुखिया सोनू शर्मा द्वारा लिखा बताया जा रहा है।
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मेरठ के अति सुरक्षित सैन्य इलाके में किशोरी का सिर कटा शव मिला सुसाइड नोट में पत्नी और बेटी ने भी जताई आत्महत्या पर सहमति परिवार का मुखिया सोनू लंबे समय से बेरोजगार था। सामूहिक रूप से आत्महत्या के इस निर्णय पर पत्नी और बेटी ने भी अपनी सहमति सुसाइड नोट में जताई है। जबकि इस पूरे घटनाक्रम से डरे सहमे छोटे बेटे ने ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले परिवार के अन्य सदस्यों को बताया कि उसके मम्मी-पापा और बहन ने जान दे दी है। बताया जा रहा है कि सोनू के पिता का ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रकों की बॉडी बनाने का कार्य करते हैं।
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केदारनाथ यात्रा के दौरान पांच साल के बच्चे की हत्या, पीड़ित परिवार ने उत्तराखंड सरकार से की ये मांग लॉकडाउन में काम करना बंद कर दिया था सोनू की मां का कहना है कि छह साल पहले बेटे का एक्सीडेंट हुआ था। उसके कंधे में चोट आई थी। तभी से वह वजन नहीं उठा सकता था। इलाज के बाद वह ठीक हो गया था और अपने पिता के साथ काम करने लगा था। लॉकडाउन होने पर सोनू ने काम बंद कर दिया था और घर में ही रहता था। काम पर नहीं जाने की वजह से उसके बच्चों की पढ़ाई छूट गई थी। वहीं लोग उसका खर्चा उठा रहे थे। वहीं, इंस्पेक्टर सिकंदरा का कहना है कि फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी है।