ओवरलोड वाहनों के संचालन से छह महीने में टूटी सड़क
लाधुखेड़ा से नगला मोहरे की सड़क जो कि छह महीने पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई थी। ओवरलोड ट्रकों के निकलने से टूट गई। लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क पर सर्वे कराया, लोकनिर्माण विभाग के अनुसार इस सड़क पर 24 घण्टे में ओसतन 200 से 250 ओवरलोडिंग ट्रक निकलते हैं जिनको रोकने के लिए विभाग ने लोहे के खम्बे लगा दिए। लेकिन पुलिस प्रशाशन ओवरलोडिंग ट्रकों को रोकने में नाकाम रहा है। माफियाओं के हौसले इस कदर बुलन्द हैं कि लोक निर्माण विभाग द्वारा लगाए गए खम्बों के बगल में ग्राम पंचायत का नाला था जो तोड़ दिया गया है और वहां से ट्रक निकाले जा रहे हैं। विगत माह पूर्व इन ट्रकों से हादसे भी हो चुके हैं लेकिन प्रशाशन मौन है।
लाधुखेड़ा से नगला मोहरे की सड़क जो कि छह महीने पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई थी। ओवरलोड ट्रकों के निकलने से टूट गई। लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क पर सर्वे कराया, लोकनिर्माण विभाग के अनुसार इस सड़क पर 24 घण्टे में ओसतन 200 से 250 ओवरलोडिंग ट्रक निकलते हैं जिनको रोकने के लिए विभाग ने लोहे के खम्बे लगा दिए। लेकिन पुलिस प्रशाशन ओवरलोडिंग ट्रकों को रोकने में नाकाम रहा है। माफियाओं के हौसले इस कदर बुलन्द हैं कि लोक निर्माण विभाग द्वारा लगाए गए खम्बों के बगल में ग्राम पंचायत का नाला था जो तोड़ दिया गया है और वहां से ट्रक निकाले जा रहे हैं। विगत माह पूर्व इन ट्रकों से हादसे भी हो चुके हैं लेकिन प्रशाशन मौन है।
सरकारी राजस्व को लगाया जा रहा है लाखों का चूना
वहीं ये सड़क राजस्थान बोर्डर से सटी है। जिस पर दिन भर भारी और ओवर लोडिंग वाहन निकलते हैं जो सैंया हाइवे स्थित टोल टैक्स से बचकर निकलते हैं। इससे सरकारी राजस्व से लाखों रुपये की चपट भी लग रही है। वहीं जनता के लिए बनाई गईं सड़कें क्षतिग्रस्त होने से उनके आवागमन प्रभावित हो रहे हैं।
वहीं ये सड़क राजस्थान बोर्डर से सटी है। जिस पर दिन भर भारी और ओवर लोडिंग वाहन निकलते हैं जो सैंया हाइवे स्थित टोल टैक्स से बचकर निकलते हैं। इससे सरकारी राजस्व से लाखों रुपये की चपट भी लग रही है। वहीं जनता के लिए बनाई गईं सड़कें क्षतिग्रस्त होने से उनके आवागमन प्रभावित हो रहे हैं।