लोकसभा चुनाव आने से पहले आयकर विभाग ने नोटिस थमा दिया है। नोटिस जारी होने के बाद वर्तमान विधायकों ने अपना पूरा ब्यौरा थमा दिया है। लेकिन, वे प्रत्याशी जिन्होंने चुनाव लड़ा था अब उनके लिए संपत्ति का ब्यौरा देना मुसीबत भरा बन रहा है। इनकम टैक्स जमा करने और संपत्ति के पूरे विवरण के लिए सीए और वकीलों की मदद ली जा रही है। आयकर विभाग ने अपने परिक्षेत्र के आगरा के नौ विधायक, मथुरा के पांच, फीरोजाबाद के पांच, झांसी पांच, औरेया तीन, इटावा तीन और ललितपुर के दो विधायकों से उनकी संपत्ति और आयकर रिटर्न का ब्योरा मांगा है। इसके साथ ही 2017 का विधानसभा चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। इनके द्वारा भेजे गए संपत्ति के ब्योरा और चुनाव के दौरान शपथ पत्र में दर्शाई की संपत्ति में अंतर है। इसके बाद जांच की जा रही है।
पिछले पांच सालों में विधायकों की संपत्ति दो गुनी से लेकर चार गुनी तक हो गई है। सूत्र के मुताबिक आयकर विभाग में जारी किए गए संपत्ति के ब्यौरे में जो जानकारी दी गई हैं उसमें पांच बार से विधायक जगन प्रसाद गर्ग की सालान आय चार लाख से बढकर हुई आठ लाख है। आगरा उत्तर से पांच बार से विधायक जगन प्रसाद गर्ग की 2012 में सालान आय चार लाख रुपये थी, ये 2017 में बढकर 8 .16 लाख रुपये तक पहुंच गई। 2012 में अचल संपत्ति 10 करोड थी यह 2017 में 14 .19 करोड़ पहुंच गई। वहीं आगरा छावनी से विधायक डॉ. जीएस धर्मेश की 2012 में सालान आय 1.82 लाख रुपये थी। खेरागढ़ विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक महेश गोयल के पास 18.70 लाख चल संपत्ति और 22 करोड़ अचल संपत्ति है। ये पहली बार विधायक बने हैं। फतेहपुर सीकरी से विधायक चौधरी उदयभान सिंह ने वार्षिक रिटर्न में आय 3.63 लाख और 6.66 लाख दर्शाई है।
आयकर विभाग में दिए संपत्ति के ब्यौरे में एत्मादपुर से विधायक राम प्रताप सिंह चौहान ने साल 2012 में जो शपथ पत्र दिया था, उसमें स्कूटर दिखाया था, वे पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं विधानसभा चुनाव 2017 में स्कॉर्पियो गाड़ी से चलते हैं।
दक्षिण सीट से दो बार के विधायक योगेंद्र उपाध्याय की आय 1. 50 लाख से 9.30 लाख हो गई है। शपथ पत्र में आगरा के दक्षिण विधानसभा से 2012 और 2017 में दोबारा विधायक चुने गए योगेंद्र उपाध्याय की सालान आय में बड़ा इजाफा हुआ। 2012 में उनकी सालाना आय 1. 56 लाख रुपये थी, यह पांच साल बाद 2017 में 9.30 लाख रुपये सालाना हो गई। 2012 में उनके पास 6. 40 लाख रुपये जमा थे, यह 2017 में 37 लाख रुपये हो गए।