ये है मामला
जाटों के फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र में 342 गांव हैं। इन गांव में सर्वाधिक संख्या चाहरों की है। लम्बे समय से किसी विवाद को लेकर कहरवार और चाहरों के बीच जंग चली आ रही है। गांव दूरा के विजेन्द्र सिंह कहरवार ने बताया कि जाट नेता के नाम पर ये जंग समाप्त कर दी गई है। पहले भी जब राजकुमार चाहर निर्दलीय चुनाव लड़े थे, तो उनको यहां से कहरवारों का पूरा सहयोग मिला था। इस बार भी उनका पूरा सहयोग किया जायेगा।
जाटों के फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र में 342 गांव हैं। इन गांव में सर्वाधिक संख्या चाहरों की है। लम्बे समय से किसी विवाद को लेकर कहरवार और चाहरों के बीच जंग चली आ रही है। गांव दूरा के विजेन्द्र सिंह कहरवार ने बताया कि जाट नेता के नाम पर ये जंग समाप्त कर दी गई है। पहले भी जब राजकुमार चाहर निर्दलीय चुनाव लड़े थे, तो उनको यहां से कहरवारों का पूरा सहयोग मिला था। इस बार भी उनका पूरा सहयोग किया जायेगा।
इस जंग से बड़ा नुकसान
उन्होंने कहा कि पुरानी चली आ रही इस लड़ाई से बड़ा नुकसान ही हो रहा है। हालांकि राजकुमार चाहर ने आश्वास दिया था, कि इस लड़ाई को पूरी तरह समाप्त करा दिया जायेगा, और इस वादे में राजकुमार चाहर सफल होते भी नजर आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पुरानी चली आ रही इस लड़ाई से बड़ा नुकसान ही हो रहा है। हालांकि राजकुमार चाहर ने आश्वास दिया था, कि इस लड़ाई को पूरी तरह समाप्त करा दिया जायेगा, और इस वादे में राजकुमार चाहर सफल होते भी नजर आ रहे हैं।