कोटा दशहरा मेला: कुश्ती में हरियाणा का दबदबा
जयपुरPublished: Nov 04, 2015 03:45:00 pm
दशहरा मेला के तहत श्रीराम रंगमंच मैदान में आयोजित तीन दिवसीय कुश्ती दंगल
मंगलवार शाम को फाइनल मुकाबले के साथ सम्पन्न हो गया। विभिन्न टाइटलों के
कुश्ती दंगल का फाइनल मुकाबला देखने के लिए यहां भारी संख्या में लोग
पहुंचे। जिन्होंने कुश्ती के दौरान पहलवानों का जमकर उत्साहवद्र्धन किया।
दशहरा मेला के तहत श्रीराम रंगमंच मैदान में आयोजित तीन दिवसीय कुश्ती दंगल मंगलवार शाम को फाइनल मुकाबले के साथ सम्पन्न हो गया। विभिन्न टाइटलों के कुश्ती दंगल का फाइनल मुकाबला देखने के लिए यहां भारी संख्या में लोग पहुंचे। जिन्होंने कुश्ती के दौरान पहलवानों का जमकर उत्साहवद्र्धन किया।
पहलवानों ने भी सीमित समय में एेन मौके पर विजयी दांव लगाकर कुश्ती जीती। किसी ने धोबीपछाड़ तो किसी ने प्रतिद्वंद्वी तो लगातार तीन-चार बार पलटी मार कर एक बार में ही दस अंक बनाकर विजय प्राप्त की।
यहां हुए पुरुष वर्ग के चम्बल केसरी, चम्बल भीम, चम्बल कुमार व महिला वर्ग के चम्बल केसरी, चम्बल भीम टाइटल के दंगल में हरियाणा के पहलवानों ने बाजी मारी। पांचों टाइटलों के कुश्ती दंगल के फाइनल मुकाबलों के प्रथम, द्वितीय, तृतीय रहे 15 पहलवानों में से 13 हरियाणा के व दो पहलवान राजस्थान के रहे। इन्हें मुख्यअतिथि एमबीएस अस्पताल अधीक्षक विजय सरदाना, महापौर महेश विजय, कुश्ती संयोजक नरेंद्र हाड़ा, मेला अध्यक्ष राममोहन मित्रा ने पुरस्कृत किया।
पलटी मार कर जीते पहलवान
चम्बल केसरी दंगल का फाइनल मुकाबला रोहतक के सत्यव्रत व तेजवीर के बीच हुआ। छह मिनट के दंगल में सत्यव्रत ने लगातार तीन बार तेजवीर को पलटी मार कर दस अंक के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया। जिन्हें एक लाख रुपए चेक दिया गया। वहीं महिला चम्बल केसरी दंगल के फाइनल मुकाबले में रोहतक की सुमन कुण्डू ने लगातार दांव लगाते हुए दस अंक बनाए। प्रतिद्वंद्वी पिंकी को एक भी अंक नहीं बनाने दिया। अंत में सुमन को प्रथम विजेता घोषित किया गया। जिसे 51 हजार रुपए का चेक पुरस्कार स्वरूप दिया गया।
कुश्ती दंगल में भूले हत्था माला
दशहरे मेले में मंगलवार को होने वाले कार्यक्रमों को तहत पहले कुश्ती दंगल, फिर हत्थामाला प्रतियोगिता होनी थी, लेकिन निगम हत्था माला प्रतियोगिता को भूल ही गया और सीधे भजन संध्या कार्यक्रम की उद्घोषणा कर दी। जैसे ही कार्यक्रम की घोषणा हुई, हत्था माला के प्रतिभागी मंच पर पहुंच गए। इसके बाद निगम प्रशासन को भूल का पता चला।
मेला समिति के सदस्य पार्षद नरेन्द्र हाड़ा ने बताया कि यह सभी प्रतिभागी कुश्ती देखने के बाद कहीं चले गए थे। इसके चलते प्रतियोगिता को स्थगित कर दिया गया, लेकिन जब प्रतिभागी मंच पर पहुंचे तो प्रतियोगिता करवाई गई, जिनमें लेखराज गुर्जर प्रथम, बहादुर गुर्जर द्वितीय एवं सुखदेव गुर्जर तृतीय स्थान पर रहे।
यह रहे विजेता
चम्बल केसरी पुरुष दंगल : सत्यव्रत (रोहतक) प्रथम, तेजवीर (रोहतक) द्वितीय, अनूप (रोहतक) तृतीय रहे।
चम्बल भीम पुरुष दंगल : संजय (रोहतक) प्रथम, बबलू गुर्जर (भीलवाड़ा) द्वितीय, हरीश (रोहतक) तृतीय रहे।
चम्बल कुमार पुरुष दंगल : दिनेश (बहादुरगढ़) प्रथम, प्रदीप (राजसमंद) द्वितीय, मोनू (हरियाणा) तृतीय रहे।
चम्बल केसरी महिला दंगल : सुमन कुण्डू (रोहतक) प्रथम, पिंकी (रोहतक) द्वितीय, पूजा (हिसार) तृतीय रहीं।
चम्बल भीम महिला दंगल : सरिता (हरियाणा) प्रथम, मंजू (हिसार) द्वितीय, रीना (रोहतक) तृतीय रहीं।