टुलिप
टुलिप का फूल सफेद, काला, लाल, पीला, नीला बहुत से रंगों का होता है। इसका पौधा भी देखने में प्यारा होता है। आप चाहें तो मिक्स कलर के टुलिप अपने बगीचे में लगा सकते हैं। ये देखने में बेहद खूबसूरत नजर आते हैं। हालांकि इसका पौधा बहुत नाजुक होने के कारण इसे उगाना थोड़ा कठिन होता है। साथ ही मौसम के खराब होने पर इसके पौधे के भी खराब होने का डर रहता है। टुलिप के बल्व आते हैं जिनके द्वारा इसे उगाया जाता है।
टुलिप का फूल सफेद, काला, लाल, पीला, नीला बहुत से रंगों का होता है। इसका पौधा भी देखने में प्यारा होता है। आप चाहें तो मिक्स कलर के टुलिप अपने बगीचे में लगा सकते हैं। ये देखने में बेहद खूबसूरत नजर आते हैं। हालांकि इसका पौधा बहुत नाजुक होने के कारण इसे उगाना थोड़ा कठिन होता है। साथ ही मौसम के खराब होने पर इसके पौधे के भी खराब होने का डर रहता है। टुलिप के बल्व आते हैं जिनके द्वारा इसे उगाया जाता है।
जरबेरा
जरबेरा को सर्दियों में बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है। इसे ज्यादातर पॉलीहाउस में उगाया जाता है। हालांकि सर्दियों में बिना पॉलीहाउस के भी उगा सकते हैं। उत्तर भारत में अगस्त से लेकर दिसम्बर तक इसे आसानी से लगाया जा सकता है। ये दो तरह का आता है। एक नॉर्मल और एक हाइब्रिड बड़े फूल वाला। आप दोनों को गमलों में उगा सकते हैं। जरबेरा के फूल भी कई रंग के होते हैं। लेकिन इसे लगाते समय थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है।
जरबेरा को सर्दियों में बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है। इसे ज्यादातर पॉलीहाउस में उगाया जाता है। हालांकि सर्दियों में बिना पॉलीहाउस के भी उगा सकते हैं। उत्तर भारत में अगस्त से लेकर दिसम्बर तक इसे आसानी से लगाया जा सकता है। ये दो तरह का आता है। एक नॉर्मल और एक हाइब्रिड बड़े फूल वाला। आप दोनों को गमलों में उगा सकते हैं। जरबेरा के फूल भी कई रंग के होते हैं। लेकिन इसे लगाते समय थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है।
1. जड़ों में पानी न ठहर पाए वर्ना यह बहुत जल्दी खराब होता है।
2. जरबेरा को नमी और ज्यादा खाद की जरूरत होती है। समय से खाद पानी देते रहें।
3. इसमें फंगस का रोग बहुत जल्दी आता है इसलिए समय-समय पर दवा लगाना जरूरी है।
4. सीधी तेज धूप से बचाकर रखें वर्ना पत्तियां पीली पड़ जाती है।
2. जरबेरा को नमी और ज्यादा खाद की जरूरत होती है। समय से खाद पानी देते रहें।
3. इसमें फंगस का रोग बहुत जल्दी आता है इसलिए समय-समय पर दवा लगाना जरूरी है।
4. सीधी तेज धूप से बचाकर रखें वर्ना पत्तियां पीली पड़ जाती है।
गुलाब
सर्दियों के मौसम में गुलाब की बात न हो तो मजा नहीं आता। इस मौसम में गुलाब अपने शबाब पर होता है। सर्दियों में मौसम में आप किसी भी तरह के गुलाब के पौधे को लगा सकते हैं। अगर आप रंग-बिरंगे फूलों के शौकीन हैं तो फिर इंग्लिश गुलाब व डच गुलाब की वैराइटी लगाएं। अगर आपको गुलाब की खुशबू प्रिय है तो देसी गुलाब का पौधा अपने बगीचे में लगाएं। गुलाब लगाने से पहले गुलाब के लिए जो मिट्टी आप बनाएं उसमें बालू और गोबर खाद जरूर मिलाएं। ध्यान रखिए गुलाब की हमेशा कलम लगाई जाती है।
सर्दियों के मौसम में गुलाब की बात न हो तो मजा नहीं आता। इस मौसम में गुलाब अपने शबाब पर होता है। सर्दियों में मौसम में आप किसी भी तरह के गुलाब के पौधे को लगा सकते हैं। अगर आप रंग-बिरंगे फूलों के शौकीन हैं तो फिर इंग्लिश गुलाब व डच गुलाब की वैराइटी लगाएं। अगर आपको गुलाब की खुशबू प्रिय है तो देसी गुलाब का पौधा अपने बगीचे में लगाएं। गुलाब लगाने से पहले गुलाब के लिए जो मिट्टी आप बनाएं उसमें बालू और गोबर खाद जरूर मिलाएं। ध्यान रखिए गुलाब की हमेशा कलम लगाई जाती है।
फ्रेसिया
फ्रेसिया की खूबसूरती को देखते हुए इसे फूलों की अप्सरा कहा जाता है। इसका फूल व पौधा दोनों सुन्दर होते हैं। इसे भी सर्दियों में बड़ी आसानी से जमीन व गमलों दोनों में उगाया जा सकता है। फ्रेसिया को भी बल्ब से उगाते हैं।
फ्रेसिया की खूबसूरती को देखते हुए इसे फूलों की अप्सरा कहा जाता है। इसका फूल व पौधा दोनों सुन्दर होते हैं। इसे भी सर्दियों में बड़ी आसानी से जमीन व गमलों दोनों में उगाया जा सकता है। फ्रेसिया को भी बल्ब से उगाते हैं।
डहेलिया
फूलों के शौकीन लोग डहेलिया से जरूर परिचित होते हैं। इसके फूल बहुत ही सुंदर, बड़े और रंग-बिरंगे होते हैं। इसकी देखरेख करना बहुत ही सरल है। डहेलिया को आप बल्ब और बीज दोनों से उगा सकते हैं। यह देसी और हाइब्रिड दो तरह का आता है। सर्दियों के मौसम में इसे उगाया जा सकता है।
फूलों के शौकीन लोग डहेलिया से जरूर परिचित होते हैं। इसके फूल बहुत ही सुंदर, बड़े और रंग-बिरंगे होते हैं। इसकी देखरेख करना बहुत ही सरल है। डहेलिया को आप बल्ब और बीज दोनों से उगा सकते हैं। यह देसी और हाइब्रिड दो तरह का आता है। सर्दियों के मौसम में इसे उगाया जा सकता है।