आमतौर पर घरों में दूध से बनने वाली पारंपरिक चाय के फायदों की बात करें तो ये सर्दी मिटाने, थकान भगाने, जुकाम, खांसी आदि समस्याओं में काफी फायदेमंद साबित होती है। तमाम लोग ठंडक के कारण होने वाली परेशानियों में चाय में अदरक और तुलसी उबालकर लेते हैं। कुछ लोग सिर दर्द के दौरान भी चाय पीते हैं और उन्हें इससे आराम मिलता है। चाय में एंटी-ऑक्सिडेंट पॉलीफेनोल होता है जो एक इनफ्लेमेशन फाइटर का काम करता है।
पारंपरिक चाय के अलावा भी कई तरह की चाय हैं जो सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद होती हैं। ऐसे में बात अगर ग्रीन टी की करें तो ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। पाचन, मानसिक और दिल की सेहत में सुधार लाती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और शरीर का एक्स्ट्रा फैट बर्न कर मोटापे से बचाती है।
हिबिस्कुस टी यानी गुड़हल की चाय भी तमाम विटामिन, मिनरल्स, आयरन आदि एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। इसे पीने से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव होता है। मोटापा घटता है। ये मेटाबॉलिज्म बूस्टर होती है। कोलेस्ट्राल व हाईबीपी को कंट्रोल कर तमाम हृदय रोगों से बचाती है।
स्टार एनीज टी पाचन तंत्र को दुरुस्त करने का काम करती है। इसे पीने से गैस, एसिडिटी, बदहजमी जैसी तमाम परेशानियों से बचाव होता है। लेमन टी
बगैर दूध की चाय में लैमन डालकर पीने से इसके तमाम फायदे मिलते हैं। ये वजन कम करने में सहायक होती है। पेट की गंदगी को साफ करती है व पेट की चर्बी घटाती है। ये हृदय संबन्धी भी तमाम समस्याओं से बचाने में मददगार है।