— आगरा में अधिवक्ताओं ने बैंच की मांग को लेकर हड़ताल कर दी है, इसके चलते वादकारियों को परेशान होना पड़ रहा है।
पत्रिका न्यूज नेटवर्कआगरा। यूपी के आगरा में हाईकोर्ट बैंच की मांग लंबे समय से चली आ रही है। अब एक बार फिर यह मांग तेज हो गई है। खंडपीठ की मांग को लेकर बुधवार को अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य नहीं किया। सभी बार एसोसिएशन ने मंगलवार को दीवानी परिसर में संयुक्त बैठक करने के बाद उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना संघर्ष समिति का पुर्नगठन किया था। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना की मांग को लेकर बुधवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया था। जिसके चलते वह न्यायिक कार्य से विरत रहे।
यह भी पढ़ें— आगरा यूनिवर्सिटी में हटाए गए दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी, हो गया हंगामा बैठक में यह पदाधिकारी चुने गएसभी बार एसोसिएशन की तीन नवंबर को संयुक्त बैठक हुई थी। जिसमें उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना संघर्ष समिति को भंग कर नई समिति बनाने का निर्णय लिया गया था। बैठक में उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना संघर्ष समिति का गठन किया गया। जिसमें संयोजक मंडल में प्रमोद कुमार शर्मा, बृजेंद्र रावत, दुर्ग विजय सिंह भइया,अशोक भारद्वाज, नरेश शर्मा, रमेश चद्रा व दिनेश चंद्र शर्मा समेत जिले की सभी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को पदेन संयोजक समिति में शामिल किया गया।
यह भी पढ़ें— 21 नवंबर के बाद ट्रेनों का किराया होगा कम, यात्रियों को मिलेगी राहत करते रहेंगे मांगबैठक में संघर्ष समिति ने निर्णय किया कि जस्टिस जसवंत सिंह समिति की रिपोर्ट के आधार पर उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना की मांग को लेकर अधिवक्ता बुधवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर हुंकार भरी कि जब तक आगरा में हाईकोर्ट बैंच नहीं बनेगी तब तक उनका आंदोलन इसी तरह चलता रहेगा। समय—समय पर अधिवक्ता विरोध कर मांग करते रहेंगे।