डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि इस बार चंद्रग्रहण उत्तर आषाढ़ और श्रवण मास में मकर राशि में घटित हो रहा है। आमतौर पर जिस राशि में ग्रहण घटित होता है, उन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इस लिहाज से ये ग्रहण मकर राशि वालों के लिए शुभ नहीं है। उनको सावधान रहने की जरूरत है। मकर राशि वालों को चोट लगने का खतरा या रोग आदि पर खर्च हो सकता है। वहीं यह ग्रहण मिथुन, वृष, कर्क, कन्या, तुला, धनु, कुंभ राशि वालों के लिए भी कष्टकारी सिद्ध हो सकता है। मिथुन राशि वाले लोगों के काम में व्यवधान आ सकता है। वृष वालों के लिए ग्रहण अपमान का कारण बन सकता है। स्थानांतरण और नौकरी में परिवर्तन के योग भी हैं। कर्क वाली महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। कन्या राशि के जातकों को कार्य में असफलता का स्वाद चखना पड़ सकता है। तुला वालों के लिए भी ग्रहण परेशानी देने वाला है। वाहन, मशीनरी का प्रयोग करते समय सावधानी रखें। धनु राशि वाले धनहानि का सामना कर सकते हैैं। वहीं कुंभ वाले जातक मानसिक रूप से विचलित रहेंगे।
मेष, सिंह, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए यह शुभ होगा। मेष राशि वालों के लिए नए व्यवसाय के योग बनेंगे। सिंह वालों के विवाह में आ रही बाधा का निवारण होगा। वृश्चिक राशि वालों को धन की प्राप्ति होगी व जीवनसाथी के साथ प्रेम संबंध मधुर होंगे। मीन राशि के जातकों के लिए ग्रहण लाभ देने वाला है। मान-सम्मान, पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
चंद्रग्रहण जिन राशि वालों के लिए अशुभ है, वे ये उपाय आजमा सकते हैं। ग्रहणकाल के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करके गरीबों को भरपेट भोजन करवाएं। ग्रहणकाल के दौरान अपने साथ चांदी का चंद्र यंत्र रखें और ग्रहण के बाद इसे बहते पानी में प्रवाहित कर दें।