ये आया उत्तर
जानकारी देते हुए एडीएफ सचिव केसी जैन ने बताया कि उनकी तरफ से रखे गए कुछ मसलों को मान लिया गया है। उप्र औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत मौसम संबंधी और अन्य चेतावनी की व्यवस्था मोबाइल एप से करने के बारे में कहा है। उनके अनुसार यूपीडा की पहल तो अच्छी है लेकिन जब तक स्वीकार किए गए सभी सुझावों पर जल्द अमल नहीं होगा, तब तक हादसे होते रहेंगे। गुरुवार को भी यहां बड़ा हादसा हुआ है। उन्होंने प्रस्तावित जनसुविधाओं की संख्या को कम बताया। इन्हें बढ़ाए जाने का सुझाव दिया। इसके साथ ही अनुरोध किया कि टोल के साथ एक्सप्रेसवे पर चलने वालों का इंश्योरेंस कवर भी हो। इस मसले पर दोबारा एक पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा जा रहा है।
यूपीडा की तरफ से दिए गए आश्वासन 1: जगह-जगह कट संबंधी शिकायत- निर्माणकर्ता ने निर्माण के दौरान सामग्री की ढुलाई के लिए अस्थायी मार्ग बनाए थे। इनको बंद करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
2: मान्य सीमा से ज्यादा रफ्तार- वाहनों की गति नियंत्रित करने को 25 किमी पर स्पीड डैंपनिंग थर्मोप्लास्टिक पेंट की पट्टियां तय मानकों के अनुसार बनाई गई हैं। 3: रफ्तार के खिलाफ एक्शन: एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत वाहनों की गति मापने को दस कैमरे लगाने की व्यवस्था और इनके आधार पर चालान किए जाएंगे।
4: अन्य उपाय: चालान की वसूली अगले टोल पर होगी। इसके साथ ही गति सीमा उल्लंघन पर पेनल्टी की चेतावनी सम्बन्धी सूचना अनेक स्थानों पर अंकित की जाएगी। 5: सुविधाएं- एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ मैनपुरी, इटावा, कानपुर और उन्नाव में कुल मिलाकर चार वे साइड एमेनिटीज का निर्माण अंतिम चरण में।
6: सुरक्षा- यूपीडा की तरफ से एक्सप्रेसवे पर दस वाहनों में कुल 120 पूर्व सैनिकों की तैनाती की गई है। यह 24 घंटे पेट्रोलिंग करेंगे। दुर्घटना में घायलों को मदद देंगे। 7: अतिरिक्त उपाय- यूपी 100 पुलिस के 27 वाहन करेंगे मदद। पांच एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर किया जाएगा जारी होगा।
8: यह भी करेंगे इंतजाम- एक्सप्रेसवे पर विभिन्न स्थानों पर 15 पुलिस चौकियों का निर्माण, यहां से संबंधित दुर्घटना आदि का ब्योरा पुलिस की तरफ से संकलन। 9: हरियाली- एक्सप्रेसवे के मीडियन में कनेर, गुड़हल, चांदनी, इगजोरा, मेहंदी आदि पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा दोनों तरफ उपलब्ध भूमि पर हरियाली होगी।