मदन मोहन शर्मा ने कहा कि जिस तरह वहां पुलिसकर्मियों ने अपनी उद्दण्डता को सबके सामने पहुंचने से रोकने के लिए मीडिया कर्मियों पर बलप्रयोग किया है। वो देशद्रोह की तरह है। मदन मोहन शर्मा का कहना है कि जिस तरह वीसी का कृत्य है, वो किसी समय में अंग्रेजी शासन की याद दिलाता है। उन्होंने राज्यपाल राम नाईक से अपील है, कि वो इस ह्रदय विदारक घटना का स्वयं संज्ञान ले और वीसी को पदमुक्त करते हुए उन पर मुकदमा दर्ज कराने का आदेश सरकार को दें। मदन मोहन शर्मा ने योगी सरकार से अपील की है कि वो घायल छात्राओं का इलाज करवाये और कवरेज करने गए लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पत्रकारों के साथ मारपीट कर उन्हें उनका काम करने से रोकने के लिए उन पर सरकारी कार्य मे बाधा का अभियोग दर्ज कराए और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं पर जमकर लाठीचार्ज किया, जिसमें कुछ स्टूडेंट घायल भी हुए हैं। बीएचयू के गेट पर प्रदर्शन कर रहे लड़के-लड़कियों को वहां से पूरी तरह हटा दिया गया है। बीएचयू में पढ़ने वाली छात्राएं कैंपस में हो रही छेड़छाड़ की वारदातों के खिलाफ दो दिनों से धरने पर बैठी थीं, इनकी मांग थी कि वाइस चांसलर मौके पर आकर उनकी समस्याओं को सुनें और उनका समाधान निकालें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद रात करीब 11 बजे प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं वीसी के घर की ओर जाने लगे। यहां उनकी झड़प बीएचयू के गार्डों से हुई। इसके बाद पथराव हुआ।