रूह को मौत का मजा चखना है
डॉ. जाफरी ने बताया कि इस दारे फानी में हर एक की रूह को मौत का मजा चखना है। जब मरने वाला समाज को कुछ देकर जाता है तो हर की याद करता है। मौत के सैलाब में हर खुश्क-ओ-तर बह जाएगा, बस फकत नाम ए हुसैन इब्न –ए-अली रह जएगा। इसी कारण मजलिस का आयोजन किया जा रहा है। जाने-माने धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद का संदेश हर कसी को सुनना चाहिए। धर्मगुरु समाज को राह दिखाते हैं। मौलाना कल्बे जव्वाद आगरा से अपराह्न तीन बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। उन्होंने सभी से समय पर पधारने की गुजारिश की है।
डॉ. जाफरी ने बताया कि इस दारे फानी में हर एक की रूह को मौत का मजा चखना है। जब मरने वाला समाज को कुछ देकर जाता है तो हर की याद करता है। मौत के सैलाब में हर खुश्क-ओ-तर बह जाएगा, बस फकत नाम ए हुसैन इब्न –ए-अली रह जएगा। इसी कारण मजलिस का आयोजन किया जा रहा है। जाने-माने धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद का संदेश हर कसी को सुनना चाहिए। धर्मगुरु समाज को राह दिखाते हैं। मौलाना कल्बे जव्वाद आगरा से अपराह्न तीन बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। उन्होंने सभी से समय पर पधारने की गुजारिश की है।
यहां होगी मजलिस
होम्योपैथ डॉ. एचएसएस जाफरी ने बताया कि उनके वालिदान इब्ने हसन और सालिया बेगम की बरसी पर मजलिस का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 12 सी में आवास संख्या 571 पर किया गया है। समय है अपराह्न एक बजे का। इसी कार्यक्रम में मौलाना डॉ. कल्बे जव्वाद आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें मुस्लिम ही नहीं, सभी धर्मों के लोग आमंत्रित हैं।
होम्योपैथ डॉ. एचएसएस जाफरी ने बताया कि उनके वालिदान इब्ने हसन और सालिया बेगम की बरसी पर मजलिस का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 12 सी में आवास संख्या 571 पर किया गया है। समय है अपराह्न एक बजे का। इसी कार्यक्रम में मौलाना डॉ. कल्बे जव्वाद आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें मुस्लिम ही नहीं, सभी धर्मों के लोग आमंत्रित हैं।