तलाक का क्रियान्वयन ठीक से हो
उन्होंने कहा- जरूरत इस बात की है कि तलाक के सिलसिले में तलाक का तरीका और तलाक की जो शुरुआत या तलाक देने का तरीका कुरान ने दिखाया है, उसके तहत चलना हमारी जिम्मेदारी है। अनुरोध है कि कुरान में दिए गए कुराने के तरीके का गलत प्रयोग नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा- जरूरत इस बात की है कि तलाक के सिलसिले में तलाक का तरीका और तलाक की जो शुरुआत या तलाक देने का तरीका कुरान ने दिखाया है, उसके तहत चलना हमारी जिम्मेदारी है। अनुरोध है कि कुरान में दिए गए कुराने के तरीके का गलत प्रयोग नहीं होना चाहिए।
भारत सरकार के कानून के बाद कुछ कह सकते हैं- समी आगाई
भारतीय मुस्लिम परिषद के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता समी आगाई ने कहा- सुप्रीम कोर्ट के निर्णय़ को पूर्ण नहीं कह सकते हैं। भारत सरकार को निर्देश दिया है कि छह माह में कानून बनाए। कानून में क्या होगा, तब कुछ कहा जा सकता है। मुख्य न्यायाधीश ने फैसले पर अपनी सहमति नहीं जताई है। इसलिए भी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। वैसे भी तलाक को तो हम मुसलमान सही नहीं मानते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उसी रोशनी में फैसला दिया है। भविष्य की क्या कार्ययोजना है, यह पता चलने के बाद ही संवैधानिक या असंवैधानक बात के बारे में पता चल सकेगा। अब भारत सरकार के पाले में गेंद है।
भारतीय मुस्लिम परिषद के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता समी आगाई ने कहा- सुप्रीम कोर्ट के निर्णय़ को पूर्ण नहीं कह सकते हैं। भारत सरकार को निर्देश दिया है कि छह माह में कानून बनाए। कानून में क्या होगा, तब कुछ कहा जा सकता है। मुख्य न्यायाधीश ने फैसले पर अपनी सहमति नहीं जताई है। इसलिए भी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। वैसे भी तलाक को तो हम मुसलमान सही नहीं मानते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उसी रोशनी में फैसला दिया है। भविष्य की क्या कार्ययोजना है, यह पता चलने के बाद ही संवैधानिक या असंवैधानक बात के बारे में पता चल सकेगा। अब भारत सरकार के पाले में गेंद है।