बीपी अशोक का कार्यक्रम हुआ तय
दो अप्रैल को हुए भारत बंद के दौरान एएसपी बीपी अशोक का इस्तीफा चर्चाओं का विषय बना था। अब एएसपी बीपी अशोक का कार्यक्रम भीमनगरी के लिए फाइनल हो गया है। डॉ.आंबेडकर जयंती और भीमनगरी समारोह आयोजन समिति के पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में कई दलों के नेताओं से मुलाकात कर उन्हें निमंत्रण पत्र दिए हैं। बता दें कि संविधान शिल्पी की जयंती पूरे देश में मनाई जाती है। लेकिन, उत्तर भारत में भीमनगरी ऐतिहासिक होती है। दिल्ली पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के लिए समय मांगा है। वहीं कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को आमंत्रित नहीं करने का मन बनाया है। ऐसा सूत्र बता रहे हैं। एससी आयोग के अध्यक्ष को ही अब तक बुलावा दिया गया है। समिति के अध्यक्ष नंद किशोर का कहना है कि इस समारोह में अलग अलग दिन बड़े नेता शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में बसपा सुप्रीमो को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाने की कोशिशें की जा रही हैं।
दो अप्रैल को हुए भारत बंद के दौरान एएसपी बीपी अशोक का इस्तीफा चर्चाओं का विषय बना था। अब एएसपी बीपी अशोक का कार्यक्रम भीमनगरी के लिए फाइनल हो गया है। डॉ.आंबेडकर जयंती और भीमनगरी समारोह आयोजन समिति के पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में कई दलों के नेताओं से मुलाकात कर उन्हें निमंत्रण पत्र दिए हैं। बता दें कि संविधान शिल्पी की जयंती पूरे देश में मनाई जाती है। लेकिन, उत्तर भारत में भीमनगरी ऐतिहासिक होती है। दिल्ली पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के लिए समय मांगा है। वहीं कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को आमंत्रित नहीं करने का मन बनाया है। ऐसा सूत्र बता रहे हैं। एससी आयोग के अध्यक्ष को ही अब तक बुलावा दिया गया है। समिति के अध्यक्ष नंद किशोर का कहना है कि इस समारोह में अलग अलग दिन बड़े नेता शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में बसपा सुप्रीमो को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाने की कोशिशें की जा रही हैं।
भारत बंद के दौरान हुए बवाल के बाद उठने लगे सवाल
भाजपा एक ओर खुद को दलित हितैषी बता रही है। लेकिन, आगरा में दलित भाजपा से दूरी बनाते दिख रहे हैं। बीते दिनों आगरा में दलितों ने पंचायत कर ऐलान किया था कि भारत बंद के दौरान हुए बवाल के बाद दलितों पर जो मुकदमे लगे हैं उसका खामियाजा लोकसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा।
भाजपा एक ओर खुद को दलित हितैषी बता रही है। लेकिन, आगरा में दलित भाजपा से दूरी बनाते दिख रहे हैं। बीते दिनों आगरा में दलितों ने पंचायत कर ऐलान किया था कि भारत बंद के दौरान हुए बवाल के बाद दलितों पर जो मुकदमे लगे हैं उसका खामियाजा लोकसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा।