ये खबर भी पढ़ सकते हैं: राहुल की धार लगा पाएगी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की नैया पार आगरा में कई सालों बाद एक साथ होंगे पिता पुत्र
पिछले साल जब समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग आगरा में हुई थी। मुलायम सिंह ने उस मीटिंग में हिस्सा नहीं लिया था। इसके बाद आगरा में पिता पुत्र एक साथ चुनावी सभा को संबोधित करने भी नहीं पहुंचे थे। सपा मुखिया अखिलेश यादव और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव 30 अप्रैल को एक साथ आगरा में होंगे। इसे लोकसभा चुनाव के लिए एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। बता दें कि 28 अप्रैल शनिवार को मुलायम सिंह यादव आगरा में पहुंच रहे हैं। सर्किट हाउस में पहुंचकर वे कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करेंगे। मुलायम सिंह यादव आगरा में एक शादी समारोह में भी शिरकत करेंगे। मुलायम के आगरा आने की खबर के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है।
पिछले साल जब समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग आगरा में हुई थी। मुलायम सिंह ने उस मीटिंग में हिस्सा नहीं लिया था। इसके बाद आगरा में पिता पुत्र एक साथ चुनावी सभा को संबोधित करने भी नहीं पहुंचे थे। सपा मुखिया अखिलेश यादव और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव 30 अप्रैल को एक साथ आगरा में होंगे। इसे लोकसभा चुनाव के लिए एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। बता दें कि 28 अप्रैल शनिवार को मुलायम सिंह यादव आगरा में पहुंच रहे हैं। सर्किट हाउस में पहुंचकर वे कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करेंगे। मुलायम सिंह यादव आगरा में एक शादी समारोह में भी शिरकत करेंगे। मुलायम के आगरा आने की खबर के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है।
विवादों को छोड़कर मिलकर साथ लड़ेंगे चुनाव
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि शिवपाल, अखिलेश और मुलायम के विवादों को छोड़कर पार्टी एक जुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुलायम सिंह इस बार पूर्वांचल से चुनाव नहीं लड़ेंगे। आगरा मंडल की किसी सीट से वे चुनाव लड़ सकते हैं। अखिलेश और मुलायम एक साथ होंगे तो सभी पार्टियों की नजरें पिता पुत्र की जोड़ी पर होगी।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि शिवपाल, अखिलेश और मुलायम के विवादों को छोड़कर पार्टी एक जुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुलायम सिंह इस बार पूर्वांचल से चुनाव नहीं लड़ेंगे। आगरा मंडल की किसी सीट से वे चुनाव लड़ सकते हैं। अखिलेश और मुलायम एक साथ होंगे तो सभी पार्टियों की नजरें पिता पुत्र की जोड़ी पर होगी।