मुस्लिम समाज की पहली नुक्कड़ सभा आलम गंज में हुई। यहां के बुजुर्ग व नौजवानों ने मुस्लिम समाज के नेता इदरीश अली की बातें सुनीं। वहीं कई बुजुर्गों ने अपनी बात रखीं। बुजुर्गों ने बताया चुनाव के वक्त पार्टी के नेता या उनके जिम्मेदार हमसे मिलने आते है और बड़ी बड़ी बातें बोलकर चले जाते हैं। आगरा में दो मुस्लिम विधायक दिए, अब चुनाव का वक़्त आ रहा है अब बाहर निकल कर आएंगे। एक बहुत बड़े कारोबारी भी दो बार चुनाव में आए उसके बाद वह कहां गायब हो जाते किसी को पता नहीं। हम सपा व बसपा को भी देख चुके हैं और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी को भी देख रहे हैं। हमारे ऊपर कोई भी परेसानी आती है तब हमारे नेता हमें आंख दिखा कर या कोई बहाना बनाकर बच कर निकल जाते हैं पर हमारी आवाज खुल कर कोई बुलन्द नहीं करता और जो मुस्लिम नेता हैं, वह पार्टी के आगे कुछ नहीं बोलते। चाहे मुस्लिम समाज के साथ कुछ भी अच्छा बुरा होता रहे है यह लोग खामोश रहते हैं।
एक बुजुर्ग ने कहा कि आगरा में ताजमहल पर नमाज पढ़ने के मुद्दे पर दो मुस्लिम समाज के चुने गए पूर्व विधायक ने एक भी शब्द नहीं का। मुस्लिम समाज बिना किसी नेता की बात मान कर पहले अपने परिवार ओर बच्चों व समाज के भविष्य को ध्यान में रख कर फैसला लेगा कि किसे वोट करना है किसे नहीं। इदरीश अली का कहना है कि यह मुहिम पूरे उत्तर प्रदेश में भी चलाई जाएगी। चुनाव से पहले मुस्लिम समाज अपनी रूप रेखा तैयार कर लेगा किस पार्टी को वोट देना है किसे नहीं।