ये है मामला
तीन तलाक पर केंद्र सरकार के बिल का ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा विरोध जताया गया है। केन्द्र सरकार के बिल के पक्ष में मुस्लिम महिलाएं खुलकर सामने आ गई हैं। आज बड़ी संख्या में कलक्ट्रेट पर एकत्रित हुए मुस्लिम महिलाओं ने ल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का पुतला फूंका। इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने पर्सनल लॉ बोर्ड की खिलाफत में नारे भी लगाए और सरकार के फैसले का समर्थन किया।
तीन तलाक पर केंद्र सरकार के बिल का ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा विरोध जताया गया है। केन्द्र सरकार के बिल के पक्ष में मुस्लिम महिलाएं खुलकर सामने आ गई हैं। आज बड़ी संख्या में कलक्ट्रेट पर एकत्रित हुए मुस्लिम महिलाओं ने ल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का पुतला फूंका। इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने पर्सनल लॉ बोर्ड की खिलाफत में नारे भी लगाए और सरकार के फैसले का समर्थन किया।
ये कहना है इन महिलाओं का
प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि जब अधिकतर मुस्लिम देशों में तीन तलाक पर प्रतिबंध है तो भारत में पर्सनल लॉ बोर्ड इसका समर्थन क्यों कर रहा है। इस दौरान भारत माता की जय के नारे लगाने के साथ ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। महिलाओं ने सरकार के फैसले का समर्थन किया और तीन तलाक पर जल्द कानून बनाने की अपील की है। उनका कहना है कि महिलाएं पुरुषों के हाथ की कठपुतलियां बन चुकी हैं तथा उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। यदि मोदी सरकार द्वारा तीन तलाक पर कानून बनाने की कोशिश की जा रही है, तो पर्सनल लॉ बोर्ड के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। दर्द होना लाजिमी है क्योंकि कानून बनने के बाद उक्त बोर्ड के मौलानाओ की रोटियां बंद हो जाएंगी।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि जब अधिकतर मुस्लिम देशों में तीन तलाक पर प्रतिबंध है तो भारत में पर्सनल लॉ बोर्ड इसका समर्थन क्यों कर रहा है। इस दौरान भारत माता की जय के नारे लगाने के साथ ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। महिलाओं ने सरकार के फैसले का समर्थन किया और तीन तलाक पर जल्द कानून बनाने की अपील की है। उनका कहना है कि महिलाएं पुरुषों के हाथ की कठपुतलियां बन चुकी हैं तथा उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। यदि मोदी सरकार द्वारा तीन तलाक पर कानून बनाने की कोशिश की जा रही है, तो पर्सनल लॉ बोर्ड के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। दर्द होना लाजिमी है क्योंकि कानून बनने के बाद उक्त बोर्ड के मौलानाओ की रोटियां बंद हो जाएंगी।
ये भी पढ़ें – यूपी की जेलों में 516 बेगुनाह मासूम भी काट रहे सजा मिर्जा गालिब को समझना है, तो पढ़ें ये खबर, किस तरह जिंदगी के हर लम्हे को शेरों से बयां किया