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आगरा रैली में नरेन्द्र मोदी  ने दिखाए थे ये सपने, पढ़िए पूरा भाषण

locationआगराPublished: Nov 19, 2016 04:55:00 pm

Submitted by:

Bhanu Pratap

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 नवम्बर, 2016 को फिर से आगरा आ रहे हैं। वे परिवर्तन यात्रा रैली को संबोधित करेंगे।

PM Narendra Modi rally

PM Narendra Modi rally

आगरा। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 नवम्बर, 2013 को आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान पर आए थे। तब नाम विजय शंखनाद रैली। उन्होंने आगरा को लेकर तमाम सपने दिखाए थे। केन्द्र सरकार को खींचा था। पर्यटन की बात कही थी। उनका यह भाषण चर्चा का विषय बन गया था। उनका यह भाषण वायरल हो गया है। सोशल मीडिया पर भाषण चल रहा है। फॉरवर्ड किया जा रहा है। लोगों से कहा जा रहा है कि याद रखें कि श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पूर्व क्या कहा था और प्रधानमंत्री के रूप में क्य कहते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 नवम्बर, 2016 को फिर से आगरा आ रहे हैं। वे परिवर्तन यात्रा रैली को संबोधित करेंगे। 21 नवम्बर, 2013 को पूरा भाषण इस प्रकार है। इस भाषण को पढ़कर आप भविष्य के लिए तैयार हो सकते हैं।


भारत माता की जय, भारत माता की जय…
मंच पर विराजमान उत्तरप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यमक्ष श्रीमान लक्ष्मीवकांत वाजपेयी जी, हमारी पार्टी के वरिष्ठ् नेता आदरणीय कल्यासण सिंह जी, श्रीमान लालजी टंडन जी, श्री कलराज मिश्र जी, श्री रमापति जी, भाई अशोक प्रधान जी, विनय कटियार जी, श्रीमान अमित भाई शाह, रामेश्वर चौरसिया, श्री रावत, पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण और यहां उपस्थित दूर-दूर से भारी संख्याव में आई जनता का अभिनंदन… जहां नजर फैलाइए, सिर ही सिर नजर आ रहे हैं..!


देरी से आने के लिए क्षमा चाहता हूं
भाइयों-बहनों, मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे उत्तर प्रदेश ने अंदरूनी स्प र्धा का कार्यक्रम तय किया है। कानपुर अपना रुतबा दिखाए तो झांसी कैसे पीछे रह जाए, तो झांसी ने दिखाया, लेकिन फिर बहराइच वाले आगे निकल गए और आज आगरा ने सबको मात दे दी है..! मित्रों, कुछ अनिवार्य कारणों की वजह से मेरे पहुंचने के कार्यक्रम में बदलाव हुआ और परिणामस्वनरूप तीन घंटे तक इस कड़ी धूप में आप सभी को इंतजार करना पड़ा, इसके लिए मैं आप सभी से क्षमा चाहता हूं..!


दिल्ली में बैठी सरकार की सोच में गड़बड़
भाइयों-बहनों, ये आगरा की भूमि अनेक ऐतिहासिक कारणों से जानी जाती है। लेकिन जब आज हम दुनिया में हिन्दुस्ताान की ब्रांडिग करते हैं, भारत की भिन्न -भिन्न ताकतों का परिचय करवाते हैं तो उसमें सबसे पहले विश्व के सामने आगरा का ताजमहल प्रस्तु‍त करते हैं। दुनिया में जिन लोगों को टूरिज्मि का शौक रहता है, विश्व को जानने और समझने की इच्छा रहती है, वो लोग आगरा आना जरूर पसंद करते हैं। मित्रों, सारे विश्व में टूरिज्मी का उपयोग, सर्विस सेक्टरर इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि एक अनुमान के अनुसार निकट भविष्य में टूरिज्मन का बिजनेस थ्री ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचेगा..! पूरे विश्व में टूरिज्मस का इतना बड़ा बिजनेस होगा, लेकिन क्या वह बिजनेस आगरा को नसीब होगा..? क्याा आगरा के भाग्यल में कुछ आएगा..? आपको लगता है कि कुछ आएगा..? मुझे नहीं लगता है कि कुछ आएगा..! इसका कारण है कि दिल्लीक में बैठी हुई सरकार की सोच में गड़बड़ है। कौन से काम को प्रा‍थमिकता देना चाहिए, इसमें वह निर्णय नहीं कर पाते हैं।


आगरा के प्रति अन्याेय किया जाता है
अगर टूरिज्मत में इतनी बड़ी संभावनाएं पड़ी हैं, आगरा का ताजमहल विश्व भर में जाना माना है, तो क्या ये लोग आगरा में एक अच्छाे एयरपोर्ट नहीं बना सकते..? क्या् आगरा में ऐसा प्रबंध नहीं हो सकता है कि विश्व भर के टूरिस्ट. यहां पहुंचे..? लेकिन अगर उनका कोई मंत्री कहीं से आ जाए, तो छोटा सा गांव हो तो भी वहां एयरपोर्ट बना देते हैं, लेकिन आगरा में नहीं बनाते, जो विश्व भर के टूरिस्टों को आकर्षित करने का सामर्थ्यक रखता है और उस आगरा के प्रति अन्यारय किया जाता है, उपेक्षा की जाती है। भाइयों-बहनों, आप केंद्र को बोलिए, तो वह कहते हैं कि राज्यि की जिम्मे दारी है, राज्यक को कहो, तो बोलते है केंद्र की जिम्मेकदारी है। राज्यि वाले कहते हैं यहां करो, केंद्र वाले कहते है वहां करो, पर करता कोई भी नहीं है..!


आप कैनाल ही बनवा दो, कुछ तो करो..!
भाइयों-बहनों, हम यमुना के पास हैं, लेकिन आगरा को पीने का शुद्ध पानी नहीं उपलब्धा होता है। आजादी के 60 साल बीत चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद भी आगरा जैसे नगर को, जिसके निकट यमुना जी हो, पर उसे पीने का शुद्ध पानी नहीं मिलता हो, तो उसका कारण लखनऊ में बैठे हुए शासक हैं, जिनको यह समझ नहीं है कि सामान्य मानवी की आवश्यंकताओं की पूर्ति के लिए क्याो करना चाहिए, और इसका नतीजा यह है कि आप तक शुद्ध पानी नहीं पहुंच रहा है..! मित्रों, मेरे गुजरात के हाल बहुत खस्तान थे। मेरे यहां नदियां नहीं हैं, आपके यहां तो ढ़ेर सारी नदियां हैं, मेरे पास अकेली एक नर्मदा मैय्या है। लेकिन हमने पाइप लाइन डाली, पाकिस्तामन की सीमा पर जहां हिंदुस्तालन की सेना के जवान तैनात हैं, वहां तक नर्मदा का शुद्ध पानी पहुंचाया, रेगिस्तालन में भी पानी पहुंचाया और दुनिया की सबसे लम्बीं पाइन लाइन लगाई। और उस पाइन लाइन की साइज इतनी बड़ी है कि हमारे मित्र भाई अखिलेश मारुति कार में पूरे परिवार के साथ बैठकर उस पाइन लाइन के अंदर गाड़ी चला सकते हैं..! इतने बड़े पाइप में हम नर्मदा का पानी ले जाते हैं और 9000 गांवों में पीने का शुद्ध पानी पहुंचाते हैं। क्या यहां ऐसा हो सकता है या नहीं..? उन्हेप यहां ऐसा करना चाहिए या नहीं..? आजकल कई पॉलिटिकल पंडित मुझे सवाल पूछते रहते हैं कि मोदी जी, क्या ये गुजरात का मॉडल कहीं और काम आएगा..? मित्रों, अब आप मुझे बताइए कि लोगों तक पानी पहुंचना चाहिए या नहीं..? शुद्ध पानी मिलना चाहिए या नहीं..? अरे भाइयो, हमने पाइप लाइन डाली है, आप कैनाल ही बनवा दो, कुछ तो करो..! जो लोग मॉडल की चर्चा को विवादों में डाल रहे हैं, उनसे मेरा सवाल है कि आप अपने इलाके की अनुकूलता के अनुसार जनता की भलाई के लिए ऐसी नीतियां क्योंा नहीं बनाते हैं, योजनाएं क्योंं नहीं बनाते हैं, क्योंद योजनाओं को लागू नहीं करते हो..?


पोटेटो चिप्स बनाकर बेचते हो, तो पैसे ज्यादा मिलते हैं..!
यहां के गांवों का किसान आलू की खेती करता है। लेकिन जब आलू की फसल बढ़ जाती है, वर्ष अगर अच्छा जाता है, आलू की पैदावार ज्याहदा हो जाती है तो दाम गिर जाते हैं और किसान मर जाता है, और कभी आलू की फसल कम हुई तो भी किसान मर जाता है..! क्या, समय की मांग नहीं है कि आज हम, हमारे देश में हमारा किसान जो पैदावार करता है, उसके वैल्यू एडिशन पर बल दें, मूल्यह वृद्धि पर बल दें..? अगर आप आलू बेचें तो कम पैसों में जाता है, लेकिन अगर पोटेटो चिप्स बनाकर बेचते हो, तो पैसे ज्यादा मिलते हैं..!


मूल्यो वृद्धि के लिए प्रोसेसिंग की व्यूवस्था हो
भाइयों-बहनों, मेरे यहां बनासकांठा जिला है, जहां आलू की खेती होती है, वहां हमने दो चीजों पर बल दिया, और पूरे विश्व में प्रति हेक्टेैयर सबसे ज्यालदा आलू पैदा करने का काम मेरे गुजरात के किसान ने करके दिखाया..! एक तरफ पैदावार बढ़े और दूसरी तरफ मूल्य मिलें और तीसरा वहां मूल्य वृद्धि के लिए प्रोसेसिंग की व्यूवस्था हो, ताकि मेरा किसान सुखी और समृद्ध हो..! मित्रों, लेकिन दिल्ली में बैठी कांग्रेस पार्टी को देश के विकास में कोई रुचि नहीं है, उन्होंने भारत के भाग्य‍ को बदलने में कोई रुचि नहीं है। ये सब उनकी प्राथमिकता नहीं है, इसके पीछे एक कारण है कि वह वोट बैंक की राजनीति के आदी हैं..! वोट बैंक की राजनीति के आदी होने के कारण, जोड़-तोड़ की राजनीति करना, 25% लोगों को इक्ट्ठा कर लेना, 75% लोगों को निगलेक्ट करना और सिर्फ 25% लोगों के लिए खेल खेलते रहना, बाकी के 75% लोगों के साथ अन्या य करना, यही कांग्रेस पार्टी का कारनामा रहा है..!


कांग्रेस ने क्या किया
भाइयों-बहनों, कांग्रेस पार्टी स्वोभाव से विघटनकारी पार्टी है, विभाजन करने वाली पार्टी है, विभाजन करो और राज करो, बांटो और राज करो, यही कांग्रेस पार्टी का स्व्भाव है। पूरा देश जब आजादी के लिए लड़ाई लड़ रहा था, तब उन्होंाने देश का विभाजन किया, तुष्टिकरण की राजनीति के लिए उन्हों ने वंदेमातरम् का भी दो टुकड़ों में विभाजन कर दिया, हिंदुस्ता न में दो-दो कानून लगा दिए, कश्मी र में अलग कानून और बाकी के देश में अलग कानून..! एक राज्यम को दूसरे राज्य के साथ लड़ा देना, पानी के मुद्दों को लटकाएं रखना, कभी भाषा के नाम पर राज्योंल का बंटवारा करना, कभी उत्तर-दक्षिण का बंटवारा करना, कभी गांव और शहर का बंटवारा करना… मित्रों, यही कारनामे कांग्रेस पार्टी के स्वमभाव में रहे हैं और यही आदत छोटी-छोटी पार्टियों को भी लग गई..! 


कांग्रेस के पाप से सपा-बसपा पैदा हुए
कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति के और दल भी सीखने लग गए। सपा ने भी कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति को चुराया, बसपा ने भी कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति को चुराया और ये दोनों कांग्रेस से सवाये सिद्ध हो गए..! इन दोनों ने कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति चुराकर उसमें अपना रंग भर दिया, अपना खेल जोड़ दिया, और इसका परिणाम यह आया कि वोट बैंक की राजनीति में कौन आगे निकले इसकी स्पकर्धा होने लगी..! इस तरह वोट बैंक की राजनीति में कभी सपा आगे तो कभी बसपा आगे, लेकिन कभी कांग्रेस कोशिश करती है, लेकिन यह कांग्रेस के पाप का परिणाम है कि देश में सपा और बसपा जैसे लोग पैदा हुए हैं..!


भारतीय जनता पार्टी
भाइयों-बहनों, इस वोट बैंक की राजनीति ने देश को तबाह करके रखा है। आज समय की मांग है कि विकास की राजनीति की जाए। आज हिंदुस्तान में अकेली भारतीय जनता पार्टी ऐसी है जो राष्ट्र वाद के आधार पर चल रही है, जोड़ने की राजनीति कर रही है। हम जितनी जल्दीि तोड़ने वालों को हटाएंगे, उतनी ही जल्दीत देश का भाग्य उज्व्त ल होगा, इसलिए हिंदुस्ता न की राजनीति में एक मात्र भारतीय जनता पार्टी, वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर के सिर्फ विकास की राजनीति का वादा करने आई है। मित्रों, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, अपने गुजरात के अनुभव से कहता हूं कि अगर हम देश में विकास की राजनीति के पहलू को लेकर चलें, तो जातिवाद का ज़हर खत्मक हो जाएगा, ये सम्प्रगदाय के झगड़े भी खत्मच हो जाएंगे, ये परिवारवाद भी खत्म हो जाएगा और समाज के सभी लोगों का कल्या ण होगा..!


आगरा में तो सारे कारखानों में ताला लगा दिया
भाइयों-बहनों, दलित हो, पीडि़त हो, शोषित हो, किसान हो, गांव का गरीब हो, हर एक को अवसर मिलना चाहिए, उसको मौका मिलना चाहिए। आज हिंदुस्तालन दुनिया का सबसे युवा देश है, 65% जनसंख्याच 35 साल से कम उम्र की है, लेकिन देश के नौजवान बेरोजगार बैठे हैं। दिल्लीन में बैठी हुई कांग्रेस की सरकार ने वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनेगी, तो वह हर वर्ष 1 करोड़ नौजवानों को रोजगार देगें..! मित्रों, मुझे जबाव दीजिए, कांग्रेस ने जो वादा लोकसभा चुनावों में किया था, क्याी उन लोगों ने वह वादा निभाया..? क्याल आपमें से किसी को दिल्लीं सरकार ने नौकरी दी है, क्यान आपमें से किसी को दिल्ली् सरकार ने रोजगार दिया है..? अरे, रोजगार देने की बात तो छोडिए, उन्होंकने तो आगरा में तो सारे कारखानों में ताला लगा दिया, यहां के नौजवानों का रोजगार छीन लिया है..!


दिल्ली की सरकार को लकवा मार गया है..!
भाइयों-बहनों, मेरे गुजरात में उत्तर प्रदेश के हर जिले के लोग रहते हैं, लेकिन आगरा से बहुत कम आते हैं। इन दिनों मैं देख रहा हूं कि इस इलाके से भी बहुत बड़ी मात्रा में नौजवान गुजरात आते हैं, तो मैने पूछा कि भाई क्याि हाल हुआ, क्यान बात हो गई, आगरा भी क्योंक छोड़ना पड़ रहा है..? उन्होमने कहा कि वहां जीना भी मुश्किल है और रोज का गुजारा करना भी मुश्किल है..! मित्रों, आज देश के नौजवान को रोजी-रोटी के लिए अपना गांव छोड़ना पड़े, घर छोड़ना पड़े, अपना परिवार छोड़ना पड़े, ये बहुत दुखद है..! आखिर कब तक देश के नौजवान को रोजगार के लिए अपना गांव छोड़ना पड़ेगा, घर छोड़ना पडेगा..? इसलिए मैं आपसे कहने आया हूं कि अगर हमारे देश का विकास नहीं होगा तो हमारे गांव, गरीब, किसान के बेटे को अपना गांव, घर छोड़ना पड़ेगा, वो कहां-कहां भटकेगा..? हमारे नौजवान को रोजगार चाहिए, रोजगार के लिए उद्योग लगाने पड़ेंगे, कृषि के अंदर विकास करना पड़ेगा, सर्विस सेक्टेर को बढ़ावा देना पड़ेगा, लेकिन दिल्ली की सरकार को लकवा मार गया है..!


बिजली पर विचार
भाइयों-बहनों, आज आपके यहां उत्तर प्रदेश में क्या सभी को बिजली मिलती है..? यहां इतना पानी है, उसके बावजूद भी आपको बिजली नहीं मिल रही है, दो, चार, छ: घंटे की बिजली से आपको गुजारा करना पड़ रहा है। मां बीमार है, लेकिन पंखा नहीं चल रहा, बेटे के एक्जा म है, वह रात को पढ़ना चाहता है लेकिन बिजली गुल है, घर में बेटे की शादी हुई है, नई-नई बहू आई है, नया टीवी सेट लाई है, लेकिन जब उसे ‘सास भी कभी बहू थी’ देखने का मन हो, पर टीवी नहीं चलता, क्योंेकि बिजली नहीं है..! लेकिन क्या कारण है कि पूरे उत्तर प्रदेश में तो बिजली नहीं है, लेकिन यहां कुछ खासम-खास लोग हैं, जिनके यहां तो 24 घंटे बिजली चलती रहती है, आखिर क्यूं ..? आखिर ये भेदभाव, ये अन्या य क्यूंक..? मित्रों, इसका कारण समझिए, देश में आज 20,000 मेगावॉट से ज्यातदा बिजली पैदा करने वाले कारखाने बंद पड़े हैं। कारखाने लगे हुए हैं, स्विनच ऑन करते ही बिजली पैदा की जा सकती है, लेकिन इन्हेे चलाया नहीं जा रहा है क्योंिकि कोयला नहीं है, कोयला क्यों। नहीं है, क्योंरकि कोयला चोरी कर लिया गया..! मित्रों, क्याक आप लोगों ने कभी कोयले को घर के अंदर ताले में रखा है..? क्याम आपके घर के बाहर ही कोयला पड़ा रहता है..? क्याे कभी कोयले की चोरी होती है..? कितना भी बड़ा बदमाश चोर हो, क्या‍ कोई कोयले को हाथ लगाता है..? लेकिन दिल्लीा में ऐसी सरकार बैठी है कि वो कोयला ही खा गई..! उसके बाद, जब सुप्रीम कोर्ट ने डंडा मारा, जांच शुरू हुई तो कह दिया कि फाइल खो गई..! आप सुप्रीम कोर्ट के सामने कह देते हैं कि फाइल खो गई है लेकिन पूरा देश कह रहा है कि पूरी की पूरी सरकार ही खो गई है..! इतना ही नहीं, आपकी तो सिर्फ फाइल खो गई है, हमारी तो लाइफ खो गई है..!

क्या अब आप भ्रष्टाचारियों को माफ करेंगे
भाअयों-बहनों, आज हिंदुस्तान में भ्रष्टाहचार की जो स्थिति है उसमें सबसे दुख:द बात यह है कि कांग्रेस के नेताओं को इसकी कोई परवाह नहीं है, इनको चिंता नहीं है, इन्हेन लगता है कि राजनीति में तो ऐसा ही चलता है, भ्रष्टासचार तो पहले भी हुए थे, फिर भी लोगों ने चुनाव जीता दिया था, फिर सरकार बना दी, एक बार फिर बना देगें..! मित्रों, क्याज अब आप भ्रष्टाचारियों को माफ करेंगे..? क्या, उन्हें. सजा देगें..? कड़ी सजा दोगे..? इन भ्रष्टाटचारियों का मज़ा देखिए, आपके उत्तर प्रदेश के एक मंत्री एक एनजीओ चलाते थे और उन पर 70 लाख रुपया गबन करने का आरोप लगा। एक टीवी चैनल वाले ने बीड़ा उठाया और दिखाया कि गरीबों, अपंगों और बेसहारा लोगों को मदद करने वाले एनजीओ ने 70 लाख का गबन किया है, यह नाममात्र का एनजीओ है जो सारे पैसे खा जाता है..! उत्तरप्रदेश के ही कांग्रेस की केंद्र सरकार के दूसरे मंत्री से इस बारे में जब पूछा गया कि 70 लाख के गबन का आरोप लगा है, इस बारे में आपका क्या कहना है..? तो वह बोले ये नहीं हो सकता है, उन पर 70 लाख के गबन का आरोप सही नहीं हो सकता, अगर 70 करोड़ का हो तो यह बात गले उतरेगी..! उन्हीन की सरकार का दूसरा मंत्री ऐसा जबाव दे रहा है कि 70 लाख कोई चीज नहीं होती, 70 करोड़ की बात होती तो मैं मान लेता कि शायद मेरा मंत्री होगा..!


जनता जर्नादन की परवाह नहीं
भाईयों-बहनों, आप कल्पनना कीजिए, ये लोग कितनी मोटी चमड़ी के हो गए हैं कि इनको जरा भी परवाह नहीं है और इसका कारण यह है कि वह हिंदुस्ता,न की जनता को शक्ति रूप में स्वीककार करने के लिए तैयार नहीं है। वे ऐसा मानते हैं कि देश की जनता उनकी जेब में है, उनका अहंकार सांतवे आसमान पर पहुंचा हुआ है, उनको जनता जर्नादन की परवाह नहीं है, उनको जनता के सुख-दुख की परवाह नहीं है, उनके ऐसे कारनामे करने की आदत के कारण आज देश पिछड़ रहा है। मित्रों, कांग्रेस पार्टी का अहंकार, परिवारवाद, वंशवाद देश की पूरी राजनीति को दीमक की तरह खाए जा रहा है, देश को खाए जा रहा है..!


देश को उनसे मुक्त करने की जरूरत
भाइयों-बहनों, सवाल सत्ता पर बैठने या न बैठने की लड़ाई का नहीं है, सवाल ये है कि ये देश कैसे बचे, हमारी भावी पीढ़ी के लिए देश कैसे बचे, कैसे सलामत रहे..! हमारा आज तो बर्बाद हो चुका है, लेकिन क्याे आने वाला कल बर्बाद करना है..? हमारे आज को बर्बाद करने वाले को क्यान कल भी बर्बाद करने देना है..? अगर आप अपना कल बचाना चाहते हो, तो कांग्रेस, सपा और बसपा के घेरे से मुक्ति की जरूरत है, देश को उनसे मुक्त करने की जरूरत है। मेरा मानना है कि जब तक हम देश को उनसे मुक्त नहीं करेंगे, तब तक हम परिवर्तन नहीं ला सकते हैं..!


भाजपा देश को नई ऊंचाईयों पर ले जा सकती है..!
भाइयों-बहनों, आप इतनी बड़ी संख्याय में आएं, आप लोगों ने इतना समर्थन किया, मैं आप सभी का बहुत-बहुत आभारी हूं..! मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय जनता पार्टी विकास के मंत्र को लेकर के आपके जीवन में बदलाव लाने के लिए, आपके बेटों की जिंदगी में सुधार लाने के लिए, गांव-गरीब आदमी की चिंता करने के लिए, महंगाई से मुक्ति दिलाने के लिए हम आपका साथ, समर्थन और सहयोग चाहते हैं। ये देश गरीब नहीं है, ये देश नई ऊंचाइयों को पार कर सकता है, लेकिन दुर्भाग्य से हमें सरकारें ऐसी मिली, जिन्होूने देश को तबाह कर दिया। अटल जी को थोड़ा सा कालखंड मिला था, लेकिन उस छोटे कालखंड में ही उन्हों ने देश को ऐसी ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया, जिस पर आज भी देश गर्व करता है और आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी भी देश को नई ऊंचाईयों पर ले जा सकती है..!

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