कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने मां सरस्वती के समक्ष दीप जलाकर किया। नारी को सुरक्षित करने का काम ईश्वर ने कोख से नारी को ही दिया है। अच्छे परिवार का निर्माण तब तक नहीं हो सकता जब तक घर की नारी सुरक्षित सम्मानित और सुशोभित नहीं होगी। उसके कई रूप हैं। हमें किसी को नहीं बदलता हमें स्वमं बदलना है। मेरा समाज मेरा घर है की सोच पैदा करनी होगी। परिवारों को सुधारने से ही समाज सुधरेगा। समाज को सुरक्षित करके ही हम देश का सुदृण निर्माण होगा। अपनी बेटियों और बहुओं में भेद न करें। किसी भी बड़े काम में सबसे पहले परिवार का योगदान होता है। राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित ने कहा कि बेटियों को संस्कार देना आवश्यक है। संयुक्त परिवारों के टूटने से बुदुर्गों की स्थिति दयनीय हो रही है। जिलाधिकारी की धर्मपत्नी डॉ. हेमलता ने कहा कि आने वाले समय में सबसे हड़ी समस्या डिप्रेशन होगा, जिससे किताबें ही हमें निजात दिला सकती हैं। बंगाल की साहित्यकार सुमिता ठाकुर ने बंग्ला गीत प्रस्तुत किया। संचालन शीतल अग्रवाल व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नीतू चौधरी ने दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से साधना भार्गव, डॉ. रंजना बंसल भी मौजूद थीं।
कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने मां सरस्वती के समक्ष दीप जलाकर किया। नारी को सुरक्षित करने का काम ईश्वर ने कोख से नारी को ही दिया है। अच्छे परिवार का निर्माण तब तक नहीं हो सकता जब तक घर की नारी सुरक्षित सम्मानित और सुशोभित नहीं होगी। उसके कई रूप हैं। हमें किसी को नहीं बदलता हमें स्वमं बदलना है। मेरा समाज मेरा घर है की सोच पैदा करनी होगी। परिवारों को सुधारने से ही समाज सुधरेगा। समाज को सुरक्षित करके ही हम देश का सुदृण निर्माण होगा। अपनी बेटियों और बहुओं में भेद न करें। किसी भी बड़े काम में सबसे पहले परिवार का योगदान होता है। राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित ने कहा कि बेटियों को संस्कार देना आवश्यक है। संयुक्त परिवारों के टूटने से बुदुर्गों की स्थिति दयनीय हो रही है। जिलाधिकारी की धर्मपत्नी डॉ. हेमलता ने कहा कि आने वाले समय में सबसे हड़ी समस्या डिप्रेशन होगा, जिससे किताबें ही हमें निजात दिला सकती हैं। बंगाल की साहित्यकार सुमिता ठाकुर ने बंग्ला गीत प्रस्तुत किया। संचालन शीतल अग्रवाल व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नीतू चौधरी ने दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से साधना भार्गव, डॉ. रंजना बंसल भी मौजूद थीं।
इन्हें किया गया सम्मानित
स्पाइसी शुगर की संस्थापिका पूनम सचदेवा, चोखो जीमण प्रारम्भ करने वाली 70 वर्षीय स्नेहलता जैन, डॉ. सुनीता मल्होत्रा, न्यूट्रिशियन पायल सेठ, इवेन्ट ऑर्गनाइजर शिखा जैन, पिंक बेल्ट मिशन की अपर्णा राजावत, टीयर्स मंदबुद्धि संस्थान की निदेशिका रीता अग्रवाल, पर्यावरण पर काम कर रही अंजू दहलानी, मनिन्दर, डॉ. शैली, कोमिला जुनेजा, आयुषी अग्रवाल, शिक्षिता रेखा, स्मृति चाहर, डॉ. रेखा कक्कड़, कुली मुद्रा, गायत्री शर्मा, शीतल अग्रवाल।
स्पाइसी शुगर की संस्थापिका पूनम सचदेवा, चोखो जीमण प्रारम्भ करने वाली 70 वर्षीय स्नेहलता जैन, डॉ. सुनीता मल्होत्रा, न्यूट्रिशियन पायल सेठ, इवेन्ट ऑर्गनाइजर शिखा जैन, पिंक बेल्ट मिशन की अपर्णा राजावत, टीयर्स मंदबुद्धि संस्थान की निदेशिका रीता अग्रवाल, पर्यावरण पर काम कर रही अंजू दहलानी, मनिन्दर, डॉ. शैली, कोमिला जुनेजा, आयुषी अग्रवाल, शिक्षिता रेखा, स्मृति चाहर, डॉ. रेखा कक्कड़, कुली मुद्रा, गायत्री शर्मा, शीतल अग्रवाल।