धन प्राप्ति के लिए
अष्टमी के दिन घर के पूजा गृह में उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें। अपने सामने लाल कुमकुम और चावल का ढेर बना लें और उस ढेर पर श्रीयंत्र रखें। श्रीयंत्र के सामने तेल के नौ दीपक जलाएं और मां से अपनी समस्या को कहकर निवारण की प्रार्थना करें। पूजा करने के बाद चावल नदी में बहा दें और श्री यन्त्र तिजोरी में रख लें। इससे बहुत धन लाभ होगा।
अष्टमी के दिन घर के पूजा गृह में उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें। अपने सामने लाल कुमकुम और चावल का ढेर बना लें और उस ढेर पर श्रीयंत्र रखें। श्रीयंत्र के सामने तेल के नौ दीपक जलाएं और मां से अपनी समस्या को कहकर निवारण की प्रार्थना करें। पूजा करने के बाद चावल नदी में बहा दें और श्री यन्त्र तिजोरी में रख लें। इससे बहुत धन लाभ होगा।
बेहतर नौकरी और सफल कॅरियर के लिए
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद 108 मनकों वाली स्फटिक की माला लेकर ‘ऊं हृीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा’ इस मंत्र का 108 बार जाप करें। माता से अच्छी नौकरी की विनती करें। वैसे इस उपाय को पूरे नौ दिन करना चाहिए। लेकिन आप अष्टमी और नौमी को भी ऐसा करके माता से अपनी परेशानी के समाधान की प्रार्थना कर सकते हैं। शीघ्र फल मिलेगा।
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद 108 मनकों वाली स्फटिक की माला लेकर ‘ऊं हृीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा’ इस मंत्र का 108 बार जाप करें। माता से अच्छी नौकरी की विनती करें। वैसे इस उपाय को पूरे नौ दिन करना चाहिए। लेकिन आप अष्टमी और नौमी को भी ऐसा करके माता से अपनी परेशानी के समाधान की प्रार्थना कर सकते हैं। शीघ्र फल मिलेगा।
हर मनोकामना पूरी होगी
सुबह स्नानादि कर स्वच्छ कपड़े पहनें और शिव मंदिर जाएं। शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर चढ़ाकर अभिषेक करें। अभिषेक के बाद शुद्ध जल चढ़ाएं और शंकर जी को चंदन, पुष्प एवं धूप, दीप अर्पित करें।पूजा के अंत में पूरे मंदिर की झाड़ू लगाकर सफाई करें। नवमी के दिन रात 10 बजे के बाद हवन करें और ऊँ नम: शिवाय मंत्र की घी से 108 आहुति दें। नवमी के बाद 40 दिनों तक रोज ऊं नम: शिवाय मंत्र की पांच माला का जाप भगवान शिव के सामने करें। आपकी सारी मनोकामना बहुत जल्दी पूरी होगी।
सुबह स्नानादि कर स्वच्छ कपड़े पहनें और शिव मंदिर जाएं। शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर चढ़ाकर अभिषेक करें। अभिषेक के बाद शुद्ध जल चढ़ाएं और शंकर जी को चंदन, पुष्प एवं धूप, दीप अर्पित करें।पूजा के अंत में पूरे मंदिर की झाड़ू लगाकर सफाई करें। नवमी के दिन रात 10 बजे के बाद हवन करें और ऊँ नम: शिवाय मंत्र की घी से 108 आहुति दें। नवमी के बाद 40 दिनों तक रोज ऊं नम: शिवाय मंत्र की पांच माला का जाप भगवान शिव के सामने करें। आपकी सारी मनोकामना बहुत जल्दी पूरी होगी।
कर्ज से छुटकारा पाने के लिए
अष्टमी या नवमी के दिन या नवरात्र के किसी भी दिन माता दुर्गा की पूजा के समय उनके चरणों में 108 गुलाब के पुष्प अर्पित करें। सवा किलो साबुत लाल मसूर लाल कपड़े में बांधकर अपने सामने रख लें। घी का दीपक जलाकर माता के ‘सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते’ मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र जाप के बाद मसूर को अपने ऊपर से 7 बार उतार कर किसी सफाई कर्मचारी को दान में दे दें।
अष्टमी या नवमी के दिन या नवरात्र के किसी भी दिन माता दुर्गा की पूजा के समय उनके चरणों में 108 गुलाब के पुष्प अर्पित करें। सवा किलो साबुत लाल मसूर लाल कपड़े में बांधकर अपने सामने रख लें। घी का दीपक जलाकर माता के ‘सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते’ मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र जाप के बाद मसूर को अपने ऊपर से 7 बार उतार कर किसी सफाई कर्मचारी को दान में दे दें।