बच्चों की इस अपील ने झकझोरा, पिता का दिल
नो मतलब नो टीम ने प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में किया जागरूक

आगरा। पापा रात दिन मेहनत करते हैं कि उनके बच्चे पढ़ सकें, वे सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू और गुटखा भी छोड दें तो उनके सपनों को बच्चे साकार कर सकते हैं, पढ़ लिखकर डॉक्टर इंजीनियर बन समाज सेवा कर सकते हैं।
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यहां हुआ कार्यक्रम
नो मतलब नो टीम प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल पहुंची। संयोजक डॉ. आलोक मित्तल ने छात्रों को समझाते हुए कहा कि आपके पापा दिन रात मेहनत करते हैं, जिससे बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ सकें। वे तनाव में सिगरेट, गुटखा और बीड़ी का सेवन भी करने लगते हैं। यह तंबाकू उनके दिमाग से लेकर खून की नसों पर हमला करती है और 19 तरह के कैंसर सहित 70 तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है। ऐसे में किसी बच्चे के पिता को कैंसर हो जाता है तो उसे बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पडती है। उसके पिता चाहते थे कि वह डॉक्टर बने, यह सपना पूरा नहीं हो सकेगा। इसलिए अपने घर जाएं, पापा, चाचा, भाई और रिश्तेदार से तंबाकू और उसके उत्पाद के सेवन के लिए नो कहें।
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ये बोले विद्यालय के निदेशक
विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता ने बच्चों को ब्राण्ड अम्बेसडर बनाते हुए सभी बच्चों को अपने पापा के साथ नो मतलब नो लिखकर एक सेल्फ़ी लेने को कहा ओर उस सेल्फी को स्कूल भेजने वाले बच्चों को पुरस्कृत करने का एलान किया इस अभियान के तहत 31 मई को आगरा में एक साथ एक लाख लोग तंबाकू का सेवन ना करने और ना करने देने का संकल्प लेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के छात्र, समस्त स्टाफ, प्रधानाचार्य डॉ. प्रियदर्शी नायक, सी. बी. जदली एवं धनवान गुप्ता मौजूद रहे।
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