गोपालदास नीरज सोमवार 16 जुलाई को आगरा में बल्केश्वर स्थित सरस्वती नगर अपने आवास पर आए थे। आगरा में वे अपनी कार के साथ आए थे। यहां उनकी तबियत खराब हो गई। इसके बाद परिजन उन्हें निजी नर्सिंग होम में ले गए। यहां से उन्हें उपचार के लिए दिल्ली के एम्स में भेजा गया। पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि जब उनकी तबियत खराब हुई तो उन्हें एंबुलेंस से ले जाया गया। ऐसे में उनकी कार की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। दिल्ली एम्स में उनका निधन हो गया और उनके शव को एंबुलेंस से आगरा लाया गया।
गोपालदास नीरज का शनिवार को अलीगढ़ में अंतिम संस्कार हो गया। इसके बाद परिजनों का ध्यान कार की ओर गया। जब कार की जानकारी ली गई तो सभी सन्न रह गए। परिवार में एक दूसरों से जब कार की जानकारी ली गई तो सभी कार की खोजबीन में जुट गए। फिलहाल नीरज जी के परिजन कार की खोजबीन में जुटे हुए हैं।