ये बताया कारण
वर्तमान में ज्यादातर रसोईया 40 वर्ष की आयु पार कर चुकीं हैं। साथ ही शेष रसोईयाओं की आयु भी 30 से 40 वर्ष के मध्य है। जिनका आयु के अनुसार इस योजना में मासिक योगदान 55 से 200 रुपये तक है। रसोइयाओं को मात्र 1000 रुपये मासिक मानदेय विभाग द्वारा दिया जा रहा है। मानदेय में अभी तक कोई भी बढ़ोतरी नही हुई है। इस प्रकार रसोइयाओं को 1000 रुपये मानदेय मिलने पर उन्हें 50 से 200 रुपये तक आयु के अनुसार इस योजना में शामिल होने के लिए मासिक योगदान देना पड़ेगा। रसोइया पहले से ही अपने मानदेय बढ़ाने के लिए कई बार कह चुकी हैं। अब 1000 मानदेय मिलने पर रसोइया Pradhan Mantri Shram Yogi Mandhan Pension Yojana 2019 में शामिल होने के लिए अपने पास से धनराशि खर्च करने के लिए मना कर रही हैं। इस प्रकार रसोइयाओं के लिए यह योजना निरर्थक ही साबित हो रही है।
ये बोले यूटा के पदाधिकारी
यूटा के जिला अध्यक्ष केशव दीक्षित ने कहा कि कम मानदेय के कारण रसोइया आये दिन शिक्षकों को काम छोड़ने की कहती रहती हैं। अतः मानदेय बढ़ाया जाए। यूटा के जिलामहामंत्री राजीव वर्मा ने कहा कि मंहगाई को देखते हुए रसोईयाओं को 1000 रुपये मिलने वाला मानदेय को बढ़ाकर 7000 रुपया किया जाए, जिससे वे भी इस योजना में शामिल हो सकें और उनके अंदर हीन भावना न पनपे।
वर्तमान में ज्यादातर रसोईया 40 वर्ष की आयु पार कर चुकीं हैं। साथ ही शेष रसोईयाओं की आयु भी 30 से 40 वर्ष के मध्य है। जिनका आयु के अनुसार इस योजना में मासिक योगदान 55 से 200 रुपये तक है। रसोइयाओं को मात्र 1000 रुपये मासिक मानदेय विभाग द्वारा दिया जा रहा है। मानदेय में अभी तक कोई भी बढ़ोतरी नही हुई है। इस प्रकार रसोइयाओं को 1000 रुपये मानदेय मिलने पर उन्हें 50 से 200 रुपये तक आयु के अनुसार इस योजना में शामिल होने के लिए मासिक योगदान देना पड़ेगा। रसोइया पहले से ही अपने मानदेय बढ़ाने के लिए कई बार कह चुकी हैं। अब 1000 मानदेय मिलने पर रसोइया Pradhan Mantri Shram Yogi Mandhan Pension Yojana 2019 में शामिल होने के लिए अपने पास से धनराशि खर्च करने के लिए मना कर रही हैं। इस प्रकार रसोइयाओं के लिए यह योजना निरर्थक ही साबित हो रही है।
ये बोले यूटा के पदाधिकारी
यूटा के जिला अध्यक्ष केशव दीक्षित ने कहा कि कम मानदेय के कारण रसोइया आये दिन शिक्षकों को काम छोड़ने की कहती रहती हैं। अतः मानदेय बढ़ाया जाए। यूटा के जिलामहामंत्री राजीव वर्मा ने कहा कि मंहगाई को देखते हुए रसोईयाओं को 1000 रुपये मिलने वाला मानदेय को बढ़ाकर 7000 रुपया किया जाए, जिससे वे भी इस योजना में शामिल हो सकें और उनके अंदर हीन भावना न पनपे।