नीरज यादव के बारे में
नीरज यादव वर्ष 2002 में चर्चा में आए, जब उन्हें मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड का विधान सभा अध्यक्ष मैनपुरी बनाया गया। इसके बाद 2007 में सपा युवजन सभा के जिला सचिव की उन्हें जिम्मेदारी मिली। इसके बाद 2010 में समाजवादी पार्टी का जिला महासिचव बनाया गया। 2015 में नीरज यादव को सपा युवजन सभा की प्रदेश कार्यकारणी में स्थान मिला। इसके बाद लगातार सपा से जुड़े रहे। नीरज यादव की शिवपाल यादव से काफी नजदीकियां मानी जाती थीं, जिसके चलते जब शिवपाल सिंह यादव ने सेक्युलर मोर्चे का गठन किया, तो नीरज यादव शिवपाल सिंह के साथ आ गए।
नीरज यादव वर्ष 2002 में चर्चा में आए, जब उन्हें मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड का विधान सभा अध्यक्ष मैनपुरी बनाया गया। इसके बाद 2007 में सपा युवजन सभा के जिला सचिव की उन्हें जिम्मेदारी मिली। इसके बाद 2010 में समाजवादी पार्टी का जिला महासिचव बनाया गया। 2015 में नीरज यादव को सपा युवजन सभा की प्रदेश कार्यकारणी में स्थान मिला। इसके बाद लगातार सपा से जुड़े रहे। नीरज यादव की शिवपाल यादव से काफी नजदीकियां मानी जाती थीं, जिसके चलते जब शिवपाल सिंह यादव ने सेक्युलर मोर्चे का गठन किया, तो नीरज यादव शिवपाल सिंह के साथ आ गए।
मिली अहम जिम्मेदारी
शिवपाल यादव की नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया में भी नीरज यादव को अहम जिम्मेदारी मिली है। अभी नीरज यादव द्वारा वृहद्ध स्तर पर पार्टी के कुनबे को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। नीरज यादव को मैनपुरी के अलावा आगरा, फिरोजाबाद, एटा के साथ कई अन्य जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शिवपाल यादव की नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया में भी नीरज यादव को अहम जिम्मेदारी मिली है। अभी नीरज यादव द्वारा वृहद्ध स्तर पर पार्टी के कुनबे को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। नीरज यादव को मैनपुरी के अलावा आगरा, फिरोजाबाद, एटा के साथ कई अन्य जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सपा को बड़ा नुकसान
नीरज यादव के शिवपाल यादव के साथ जाना समाजवादी पार्टी नेताओं की टेंशन बढ़ा रहा है। कारण है कि नीरज यादव सपा के कई अहम संगठन में बड़ी भूमिका निभा चुके हैं। उनके पुराने सपाइयों से अच्छे संबंध भी माने जाते हैं। ऐसे में यदि नीरज यादव अपने प्लान में कामयाब हुए, तो समाजवादी पार्टी की मुश्किलें कम होने की बजाए और भी बढ़ जाएंगी।