ये है मामला
दरअसल आगरा उत्तर विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 35, 119 और 359 में निर्धारित समय पर मॉक पोल हुआ था। मॉकपोल के बाद ईवीएम को सीआरसी (क्लोज रीसेट क्लियर) करना था। लेकिन तीन बूथों के पीठासीन अधिकारी सीआरसी करना भूल गए और मतदान शुरू करवा दिया। इसकी जानकारी पीठासीन अधिकारियों ने संबन्धित अधिकारियों को तो दी, लेकिन इस मामले को दबाकर रखा गया और मतदान के बाद ईवीएम को बूथों पर जमा करा दिया गया। बाद में आरओ रविन्द्र कुमार ने इसकी रिपोर्ट बनाकर निर्वाचन आयोग को दी जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने ईवीएम के बदले वीवीपैट की पर्चियों की गिनती के आदेश दिए।
दरअसल आगरा उत्तर विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 35, 119 और 359 में निर्धारित समय पर मॉक पोल हुआ था। मॉकपोल के बाद ईवीएम को सीआरसी (क्लोज रीसेट क्लियर) करना था। लेकिन तीन बूथों के पीठासीन अधिकारी सीआरसी करना भूल गए और मतदान शुरू करवा दिया। इसकी जानकारी पीठासीन अधिकारियों ने संबन्धित अधिकारियों को तो दी, लेकिन इस मामले को दबाकर रखा गया और मतदान के बाद ईवीएम को बूथों पर जमा करा दिया गया। बाद में आरओ रविन्द्र कुमार ने इसकी रिपोर्ट बनाकर निर्वाचन आयोग को दी जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने ईवीएम के बदले वीवीपैट की पर्चियों की गिनती के आदेश दिए।