शासन प्रशासन के फरमान पर शिक्षकों की सुनें, देखें वीडियो
बीएलओ की डयूटी में लगाई गईं महिला शिक्षकों की डयूटी, तीन बजे तक स्कूल में रहने के बाद करनी होगी बीएलओ की डयूटी
आगरा। आगरा नगर क्षेत्र में 166 स्कूलों में करीब 13 हजार बच्चे पढ़ते हैं। प्राइमरी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षा देने के लिए 217 शिक्षक हैं। कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए पहले से ही शिक्षकों की कमी है। ऐसे में शासन से आए फरमान ने महिला शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ा दी है। शिक्षकों को बीएलओ की डयूटी में तैनात किया गया है। इस डयूटी में महिला शिक्षकों के सामने कई परेशानियां खड़ी है। महिला शिक्षकों के सामने उनकी सुरक्षा का बड़ा सवाल खड़ा हुआ है। दरअसल तीन बजे तक कक्षाएं लेने के बाद महिला शिक्षकें वार्ड में डयूटी के लिए निकलेंगी। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से शिक्षिकाओं में भय का माहौल है।
शिक्षकों ने बताई व्यथा, क्या क्या करेंगे शिक्षक
नगर क्षेत्र में 217 शिक्षकों के बीच 13000 बच्चे हैं। यदि एक स्कूल में पांच शिक्षकों का औसत रखा जाए, तो 217 शिक्षकों की संख्या बहुत कम होती है। कम से कम आठ सौ शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के लिए चाहिए। बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ शिक्षकों पर मिड डे मील की जिम्मेदारी भी है। प्राथमिक शिक्षक संघ ने पदाधिकारी राजीव वर्मा का कहना है कि एक शिक्षक के पास कई जिम्मेदारियां हैं। यदि मिड डे मील में कोई गड़बड़ी होती है, तो शिक्षक जिम्मेदार होता है। बच्चों को पढ़ाई बीएलओ आदि काम से बाधित होती है। बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं। वहीं महिला शिक्षक पूरे दिन स्कूल में बच्चों को पढ़ाएंगी। तीन बजे के बाद जब वे स्कूल से वार्ड के लिए निकलेंगी, तो उन्हें कई घंटे इस काम में लगेंगे। ऐसे में उनकी सुरक्षा भी जरूरी हैं
अभियान चलेगा 31 जनवरी तक
बता दें निर्वाचन आयोग की तरफ से 18 वर्ष पूरी करने वाले युवाओं के वोट बनवाने का काम किया जा रहा है। 26 दिसम्बर से 31 जनवरी तक ये अभियान चलाया जाएगा। जिसमें बीएलओ को हर वार्ड में जाकर हर वोटर से आधार कॉर्ड लेकर रजिस्टर मेंटेन करना है। कितने वोटर 18 साल के हो गए हैं उनके नाम नोट करने हैं। महिला शिक्षकों में बीएलओ की डयूटी को लेकर नाराजगी है। लेकिन, प्रशासन के फरमान के आगे वे वेबस नजर आ रही हैं।
अब पाइए अपने शहर ( Agra News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज