ज्योतिषाचार्य पंडित प्रमोद गौतम का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी के ग्रह सबसे ज्यादा शक्तिशाली स्थिति में हैं, लेकिन मोदी की कुंडली में वर्तमान में चन्द्रमा की महादशा में केतु की अंतरदशा अवधि चल रही है। अप्रैल 2019 तक जो कि इतनी ज्यादा शक्तिशाली नहीं है, लेकिन 15 अप्रैल 2019 के बाद चन्द्रमा की महादशा में शुक्र ग्रह की अंतरदशा अवधि आरम्भ हो जाएगी। मोदीजी की जन्मकुंडली में और शुक्र ग्रह नरेन्द्र मोदीजी की जन्मकुंडली में कर्म भाव में सबसे ज्यादा शक्तिशाली स्थिति में शनि ग्रह के साथ युति बनाकर स्थित है और शनि और शुक्र की आपस में मित्रता भी है। इसलिए लोकसभा 2019 के चुनाव अगर अप्रैल 2019 के बाद होते हैं तो भारतीय जनता पार्टी के लिए शुभ और सबसे ज्यादा सकारात्मक निर्णायक परिणाम प्रदान करने वाले होंगे।
मोदीजी के शक्तिशाली ग्रहों के कारण लोकसभा 2019 के चुनावों में और दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी में प्रधानमंत्री पद के दावेदार राहुल गांधी की कुंडली में वर्तमान में मंगल ग्रह की महादशा में देवगुरु बृहस्पति ग्रह की अंतरदशा अवधि अगस्त 2019 तक चल रही है, जो सिर्फ कांग्रेस पार्टी का मान सम्मान ही बचा पाएगी। राहुल गांधी की जन्मकुंडली में मंगल ग्रह सूर्य ग्रह के कारण अस्त अवस्था में है। जिसकी वर्तमान में महादशा अवधि चल रही है और दुसरी तरफ देवगुरु बृहस्पति अंशबल में शक्तिहीन हैं। अर्थात वर्तमान में देवगुरु बृहस्पति ग्रह की अंतरदशा अवधि भी राहुल गांधी को आशा के अनुकूल परिणाम प्रदान नहीं करेगी। लोकसभा 2019 के चुनाव परिणामों में, क्योंकि राहुल गांधी की कुन्डली में आम जनता का कारक शनि ग्रह नीच अवस्था में स्थित है और इसके साथ ही दूसरा आम जनता का कारक ग्रह चन्द्रमा भी नीच राशि में स्थित है। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि राहुल गांधी की प्रधानमंत्री बनने की ग्रहों स्थिति इतनी योगकारक नही है लोकसभा 2019 के चुनावों में और आने वाले भविष्य में भी क्योंकि 2024 के बाद राहुल गांधी पर चाण्डाल छाया ग्रह राहु की 18 वर्ष की महादशा अवधि भी आरम्भ हो जाएगी।
वैदिक सूत्रम चेयरमैन पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि कांग्रेस पार्टी के पास राहुल गांधी के अलावा दूसरा विकल्प प्रियंका गांधी हैं। पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि प्रियंका गांधी के ग्रह सफल राजनीति के लिए ज्यादा शक्तिशाली हैं प्रियंका गांधी की जन्मकुंडली में भाग्य और कर्म का स्वामी शनि ग्रह पाराशरीय राजयोग बनाकर लग्न में वक्री अवस्था में है जो कि राजनीति में सफलता के लिए प्रबल महाराजयोग है, लेकिन लग्न में वक्री शनि की बजह से प्रियंका गांधी ने अभी तक सक्रियता से राजनीति में भाग नही लिया है। अगर प्रियंका गांधी सक्रियता से राजनीति में भाग लें तो वह लंबे समय तक राजनीति में रह कर सफलता प्राप्त कर सकती हैं, और कांग्रेस पार्टी को वर्तमान की विपरीत परिस्थितियों से बाहर लाने में महत्पूर्ण भूमिका अदा कर सकती हैं क्योंकि फलित ज्योतिष में शनि ग्रह को आम जनता का कारक ग्रह कहा जाता है और प्रियंका गांधी की जन्मकुंडली में शनि भाग्य और कर्म का स्वामी होकर लग्न में स्थित है जो राजनीति के लिए महाराजयोगकारी योग है। और वर्तमान में प्रियंका गांधी की जन्मकुंडली में शुक्र ग्रह की महादशा में देवगुरु बृहस्पति ग्रह की अंतरदशा अवधि चल रही है जो कि अप्रैल 2019 तक है। अप्रैल 2019 के बाद प्रियंका गांधी पर शुक्र ग्रह की महादशा में शनि ग्रह की अंतरदशा अवधि आरम्भ हो जाएगी जो राजनीति में सफलता के लिए एक प्रबल महाराजयोग है।
वैदिक सूत्रम चेयरमैन पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि अगर कांग्रेस पार्टी लोकसभा 2019 के चुनावों राहुल गांधी की जगह प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री का दावेदार के रूप में प्रस्तुत करती है तो वह कांग्रेस पार्टी को वर्तमान की विपरीत परिस्थितियों में बाहर निकालने में वरदान साबित होंगीं। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को बराबर की टक्कर देने में केवल प्रियंका गांधी ही सक्षम होंगी। ग्रहोंनुसार क्योंकि अप्रैल 2019 के बाद प्रियंका गांधी पर शनि ग्रह की अंतरदशा अवधि आरम्भ हो रही है जो प्रियंका गांधी के लिये राजनीति में सफलता के लिए महाराजयोगकारी है।