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Big News: शहीद कौशल किशोर रावत ने ढेर किए थे कई आतंकी, ऐसी है बहादुरी की कहानी, आतंकियों के ब्लास्ट की बस में सवार थे कौशल

शहीद कौशल किशोर रावत के लिए देश सेवा ही था मकसद, सीआरपीएफ से है परिवार का पुराना नाता

आगराFeb 15, 2019 / 03:42 pm

अभिषेक सक्सेना

koshal

आगरा। पुलवामा में हुए आतंकी हमले में आगरा के कौशल किशोर रावत की शहादत हुई। लेकिन, शहीद की बहादुरी की कहानी परिवार का सीना चौड़ा कर देती है। कौशल किशोर 1990 में सीआरपीएफ में भर्ती ळुए थे। उनकी शादी 1992 में हुई। ज्यादातर समय वे श्रीनगर में तैनात रहे थे। कश्मीर में कई बार आतंकी वारदातों में उन्होंने अपनी टीम के साथ डटकर मुकाबला किया था। गांव में उनकी बहादुरी के किस्से हर किसी की जुबान पर हैं। उनकी टीम ने कई आतंकी ढेर किए थे।
गुरुवार को ज्वाइन करनी थी बटालियन
शही के परिवार का सीआरपीएफ से गहरा नाता रहा है। उनके अधिकतर लोग सीआरपीएफ में तैनात हैं। बीके रावत सीआईएसएफ में कमांडेंट हैं। उनके बड़े भाई कमल किशोर रावत ने बताया कि 115 बटालियन में तैनात कौशल किशोर रावत सिलीगुड़ी में तैनात थे। लेकिन, गुरुवार को उन्हें श्रीनगर में 76 बटालियन में प्रतिनियुक्त मिली थी। लेकिन, आतंकियों ने बीच रास्ते में ही हमला कर दिया। जिसमें वो शहीद हो गए।
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परिवार में दो बेटे, एक बेटी
कौशल किशोर के परिवार में उनकी पत्नी ममता रावत, बेटी अपूर्वा रावत और दो बेटे हैं। एक बेटा अभिषेक रूस से एमबीबीएस कर रहा है तो छोटा बेटा गुड़गांव में मां के साथ रहता है और 12वीं की पढ़ाई कर रहा है। कौशल किशोर रावत के पिता गीताराम रावत को उनकी शहादत पर गवै है।

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