मेष: राहू मेष राशि से तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। इसके प्रभाव से जातक को अचानक से लाभ हो सकता है। बिगड़ा हुआ काम बन सकता है। विद्या अर्जन में सफलता प्राप्त होगी और पार्टनर के मिलने का संयोग बन सकता है। जो लोग विदेश जाने के बारे में सोच रहे हैं उन्हें सफलता मिलेगी।
वृष: राहू वृष राशि से द्वितीय भाव में गोचर कर रहे हैं। यह गोचर इस राशि के लिए शुभ नहीं माना जा रहा है। इसके प्रभाव से आय कम होगी और खर्च अधिक हो सकता है। घर में वाद-विवाद हो सकता है और तनाव के कारण भयभीत हो सकते हैं।
मिथुन: राहू आपकी राशि में ही गोचर करेंगे। इसका प्रभाव आपके ऊपर अच्छा नहीं पड़ने वाला है। आपकी किसी करीबी से लड़ाई हो सकती है। आर्थिक तंगी भी आ सकती है। व्यर्थ की दौड़-धूप अधिक करनी पड़ेगी। खर्च का भी अधिकता रहेगी।
कर्क: राहू आपकी राशि से 12वें भाव में गोचर कर रहा है। कुंडली में यह भाव व्यय का होता है। इसी वजह से आपके साथ खर्च के अधिक कारण निकलकर आ सकते हैं। व्यर्थ की मेहनत करनी पड़ सकती है। बनते काम बिगड़ सकते हैं। मन अशांत और अस्थिर रहेगा।
सिंह: राहू आपकी राशि से 11वें भाव में गोचर कर रहा है। इसके प्रभाव से आप जमीन में निवेश कर सकते हैं और वाहन की खरीद भी कर सकते हैं। राहू के शुभ प्रभाव से आपके बिगड़ते हुए काम भी बन सकते हैं। आपको सभी प्रयासों में सफलता प्राप्त होगी। विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं।
कन्या: राहू आपकी राशि से 10वें भाव में गोचर कर रहे हैं। कुंडली में यह भाव कर्म एवं पद-प्रतिष्ठा का होता है। इस भाव में राहू का स्थित होना आपके लिए शुभ नहीं है। हालांकि आर्थिक क्षेत्र में आपको इस गोचर का फायदा होगा। अपने लक्ष्य को जल्दी हासिल करने के लिए आप शॉर्ट कट का पैंतरा आजमा सकते हैं। शॉर्ट का रास्ता भले ही आपको क्षणिक लाभ पहुंचा सकता है, परंतु दीर्घ अवधि के लिए यह आपके लिए ठीक नहीं होगा।
तुला: राहू आपकी राशि से नौवें भाव में गोचर करेगा। कुंडली में नौवां भाव भाग्य और धर्म का कारक माना जाता है। इस भाव में राहु की स्थिति आपके लिए अनुकूल नहीं है। इस दौरान आपके भाग्य का सितारा नहीं चमकेगा और इस कारण आपको आशानुरूप परिणाम नहीं मिल पाएंगे। इस दौरान आपको आर्थिक क्षेत्र में नुकसान हो सकता है। धन के लेनदेन में बड़ी सावधानी बरतें अन्यथा आपको धन की हानि हो सकती है।
वृश्चिक: राहू आपकी राशि से आठवें भाव में प्रवेश करेगा। कुंडली में आठवां भाव आयु का भाव होता है। राहु के इस भाव में उपस्थिति आपके लिए अनुकूल नहीं है। वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का ध्यान रखें अथवा तेज़ गति या फिर नशे आदि वाहन न चलाएं, अन्यथा किसी दुर्घटना के कारण चोट लग सकती है। गोचर के दौरान अपनी सेहत का ख़्याल रखें। इस दौरान आपकी आय में कमी देखी जा सकती है।
धनु: राहू आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर कर रहा है। सातवां भाव वैवाहिक जीवन का कारक माना जाता है। राहू का इस भाव में होना आपके लिए अच्छे संकेत नहीं है। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी के साथ रिश्तों में खटास आने की संभावना है। इस परिस्थिति से बचने के लिए लाइफ़ पार्टनर पर किसी भी तरह का दबाव न बनाएं और उनकी भावनाओं को समझने का प्रयास करें।
मकर: राहू आपकी राशि ये छठवें भाव में गोचर कर रहा है। कुंडली में छठा भाव रोग, भय और क्षति का होता है। राहु के इस भाव में होना आपके लिए अच्छा है। इस दौरान आपको शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी। जीवन में ख़ुशियों का आगमन होगा। करियर में आपको सफलता मिलेगी। नौकरी में प्रमोशन और आय में बढ़ोत्तरी की प्रबल संभावना है।
कुंभ: राहू आपकी राशि से पांचवें भाव में गोचर कर रहे हैं। कुंडली में पांचवा भाव बुद्धि, विद्या एवं संतान को दर्शाता है। राहू ग्रह के इस भाव में उपस्थिति आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं है। इस दौरान आपको आर्थिक क्षेत्र में आपको नुकसान हो सकता है। पैसों का लेनदेन अथवा निवेश बहुत सोच-समझकर करें अन्यथा आपको धन हानि हो सकती है।
मीन: राहू आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं। कुंडली में चौथा भाव माता, सुख, वृद्धि और बंधु के संबंध को बताता है। राहु के इस भाव में होना आपके लिए कष्टकारी हो सकता है। राहु का प्रभाव आपकी माताजी के स्वास्थ्य को कमज़ोर कर सकता है। इस दौरान आपको उनकी सेहत का विशेष ख़्याल करना होगा। कार्यक्षेत्र में आप पर काम का बोझ रहेगा। काम की व्यस्तता के कारण आपको निजी जीवन के लिए थोड़ा कम समय मिलेगा।