राजबब्बर को मिली थी हार
2009 के चुनाव में इस सीट पर कड़ा मुकाबला था यहां से बसपा की टिकट पर पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी को पहलीबार लोकसभा से टिकट मिला था। 2,09,466 वोट प्राप्त कर उन्होंने कांग्रेस के राजबब्बर को हराया था। राजबब्बर को 1,99,530 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर भाजपा के राजा महेंद्र अरिदमन सिंह 1,54,373 थे। समाजवादी पार्टी के रघुराज सिंह शाक्य को 1,09,240 वोट मिले थे।
2009 के चुनाव में इस सीट पर कड़ा मुकाबला था यहां से बसपा की टिकट पर पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी को पहलीबार लोकसभा से टिकट मिला था। 2,09,466 वोट प्राप्त कर उन्होंने कांग्रेस के राजबब्बर को हराया था। राजबब्बर को 1,99,530 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर भाजपा के राजा महेंद्र अरिदमन सिंह 1,54,373 थे। समाजवादी पार्टी के रघुराज सिंह शाक्य को 1,09,240 वोट मिले थे।
2014 में बदला था मुकाबला
भाजपा इस सीट पर 2009 में तीसरे स्थान पर थी। लेकिन, 2014 में यहां मुकाबला बदल गया था। भाजपा के प्रत्याशी चौधरी बाबूलाल ने 4,26,589 वोट प्राप्त कर सभी को चौंकाया था। इस चुनाव में बसपा से सीमा उपाध्याय को 2,53,483 वोट मिले थे। वहीं समाजवादी पार्टी की रानी पक्षालिका सिंह ने 2,13,397 मत प्राप्त किए थे। रालोद से अमर सिंह को यहां 24,185 मत प्राप्त हो सके थे।
भाजपा इस सीट पर 2009 में तीसरे स्थान पर थी। लेकिन, 2014 में यहां मुकाबला बदल गया था। भाजपा के प्रत्याशी चौधरी बाबूलाल ने 4,26,589 वोट प्राप्त कर सभी को चौंकाया था। इस चुनाव में बसपा से सीमा उपाध्याय को 2,53,483 वोट मिले थे। वहीं समाजवादी पार्टी की रानी पक्षालिका सिंह ने 2,13,397 मत प्राप्त किए थे। रालोद से अमर सिंह को यहां 24,185 मत प्राप्त हो सके थे।