Must read -विशेष: पैतृक गांव बटेश्वर में हर सरकार ने किया अटल जी का ‘सपना’ चकनाचूर, आज भी नहीं किसी का ध्यान नहीं होगा भद्राकाल ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र के मुताबिक इस बार चार सालों में पहली बार ऐसा मौका आया है जब रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल नहीं होगा। वहीं इस बार रक्षाबंधन ग्रहण से भी मुक्त होगा। दिन की शुरुआत में ही भद्राकाल समाप्त हो जाएगा। इस कारण ये दिन बेहद शुभ संयोग बना रहा है। भद्रा के दिन की शुरुआत में ही समाप्त होने के कारण राजयोग बन रहा है।
4:30 से 6 बजे तक न बांधे राखी
भद्राकाल न होने के कारण दिन में किसी भी समय राखी बांधी जा सकती है। लेकिन 4:30 से 6 बजे के बीच राखी बांधने से परहेज करें क्योंकि इस समय में राहुकाल होगा। इसके अलावा दिन भर का पूरा समय राखी बांधने के लिहाज से शुभ है।