आगरा। इस बार Raksha Bandhan पर्व 7 अगस्त को है। इस दिन जहां Sawan का आखिरी सोमवार है, वहीं Bhadra और Chandra Grahan भी है। इस कारण राखी बांधने के लिए थोड़ा समय ही आपके पास रहेगा। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ अरविंद मिश्र से जानते हैं, हिंदू पंचांग के अनुसार शुभ मुहुर्त और अन्य आवश्यक बातों के बारे में — 12 साल बाद ऐसा संयोग इससे पहले वर्ष 2005 में रक्षाबंधन के दिन चंद्रग्रहण लगा था यानी Raksha Bandhan पर Chandra Grahan 12 वर्ष बाद लग रहा है। वहीं इस दिन सूतक लगने से पहले भद्रा का असर रहेगा। Rakhi के लिए शुभ मुहुर्त Chandra Grahan रात 10.53 बजे से शुरू होगा। इसका मोक्षकाल देर रात 12.48 बजे तक होगा। ज्योतिषाचार्य का कहना है कि चंद्रग्रहण से 9 घंटे पहले यानी दोपहर 1.53 बजे से Sutak लग जाएंगे, वहीं सुबह 11.04 बजे तक Bhadra Kaal का असर रहेगा। चूंकि सूतक और भद्रा दोनों में ही शुभ कार्य वर्जित हैं, इसलिए इन दोनों के बीच का समय Rakhi बांधने के लिए शुभ है। सुबह 11.05 बजे से लेकर 1.52 मिनट (करीब 3 घंटे) तक आप Raksha Bandhan का त्योहार मना सकते हैं। इन देशों में दिखेगा ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटा 55 मिनट रहेगी। चंद्रग्रहण पूर्ण न होकर खंडग्रास होगा। यह भारत समेत एशिया के अधिकांश देशों, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीय देशों, दक्षिण अफ्रीका आदि देशों में दिखाई देगा।