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सड़कों पर नहीं सरकारी आॅफिस में भर देंगे आलू:जयंत चौधरी

locationआगराPublished: Jan 18, 2018 05:13:22 pm

खंदौली में रालोद ने की किसानों की समस्याओं को लेकर महापंचायत

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आगरा। जय किसान जय जवान के साथ खंदौली में आलू किसानों की समस्याओं को लेकर महापंचायत में पहुंचे जयंत ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि आलू काश्तकार विषम परिस्थितियों में फंस गया है। तीन सालों में लागत मूल्य भी नहीं मिल पाने के कारण किसान की आर्थिक स्थिति बेहद शोचनीय हो चुकी है। वर्तमान में विगत वर्ष की फसल के आलू की खपत ना होने के कारण शीतगृहों से निकालकर आलू सड़कों पर फेंका जा रहा है। दो महीने बाद फरवरी में आने वाली फसल का भविष्य भी खराब होने की आशंका से किसान भयभीत है।
शासन प्रशासन को दिया अल्टीमेटम
खंदौली में गुरुवार को किसानों की समस्याओं को लेकर रालोद की महापंचायत हुई। जिसमें रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने हिस्सा लिया। जयंत चौधरी ने सरकार को चेतावनी दी कि पंद्रह दिनों के अंदर किसानों की समस्याओं के लिए सरकार उपाए निकाले। नहीं तो इस बार किसान अपना आलू सड़क पर नहीं सरकारी कार्यालयों में भर देगा। जयंत चौधरी ने आलू के समर्थन मूल्य की घोषणा, सरकारी खरीद की व्यवस्था, उचित शीतगृह भंडारण दर आलू प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करने और किसान की ट्रांसपोर्ट सब्सिडी की मांगों को महापंचायत में रखा। रालोद के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी ने कहा कि आलू किसान सड़कों पर आलू फेंक रहा है और सरकार किसान की अनदेखी कर रही है।
आलू की माला पहनाकर किया स्वागत
खंदौली में हुई किसानों की महापंचायत में पहुंचे जयंत चौधरी का स्वागत अलग अंदाज में किया गया। आलू किसानों ने रालोद के पूर्व सांसद और राष्ट्रीय महासचिव का स्वागत आलू की माला पहनाकर किया। जयंत चौधरी को कई किलो आलू से बनी माला पहनाई गई। बता दें कि आलू किसान अपना आलू सड़कों पर फेंकने को मजबूर है और रालोद लगातार आलू किसानों की समस्याओं को लेकर लड़ाई लड़ रहा है।
आगरा अलीगढ़ के किसान पहुंचे खंदौली महापंचायत
आगरा अलीगढ़ के किसान मौजूद थे। किसान अपने आप आए। रालोद के प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर का कहना है कि ये रालोद में आए किसान अपने स्वयं के वाहनों से आए थे। किसान सरकार की योजनाओं से परेशान है और महापंचायत सिद्ध करती है कि जो भी किसान हित की बात करता है किसान उसका साथ दे रहे हैं।
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