ये भी पढ़ें – श्रावण मास में जानिये मौसम का हाल, पहले दिन झमाझम हुई बारिश अधिकारियों की कमी
आगरा पर्यटन नगरी है और पूरे विश्व से पर्यटक मोहब्बत की निशानी ताजमहल को देखने के लिए आते है। इतना ही नही एनजीटी की निगाहें भी शहर में स्वच्छता, सीवर, पेयजल, व प्रदूषण पर टिकी रहती है। समस्याएं बहुत है लेकिन नगर निगम और जलकल विभाग में अधिकारियों की कमी है, जिससे काम का सही सुपरविजन नहीं हो पा रहा है और मूलभूत सुविधाएं प्रभावित हो रही है। देश व शहर को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के साथ इस क्षेत्र में भारत व प्रदेश सरकार द्वारा महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसकी जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन नगर निगम में अधिकारियों के काफी पद रिक्त हैं, जिसमें संयुक्त व उप नगर आयुक्त के साथ अधिशासी अभियंता भी शामिल हैं। इस कमी के कारण अन्य अधिकारियों पर अत्यधिक प्रभार होने से काम का लोड है और अधिकारी सही तरीके से अपने कार्य को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं। निगम से संबंधित तमाम समस्याएं सामने आ रही हैं और निगम द्वारा शहर को प्रदान की जाने वाली मूलभूत सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं।
आगरा पर्यटन नगरी है और पूरे विश्व से पर्यटक मोहब्बत की निशानी ताजमहल को देखने के लिए आते है। इतना ही नही एनजीटी की निगाहें भी शहर में स्वच्छता, सीवर, पेयजल, व प्रदूषण पर टिकी रहती है। समस्याएं बहुत है लेकिन नगर निगम और जलकल विभाग में अधिकारियों की कमी है, जिससे काम का सही सुपरविजन नहीं हो पा रहा है और मूलभूत सुविधाएं प्रभावित हो रही है। देश व शहर को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के साथ इस क्षेत्र में भारत व प्रदेश सरकार द्वारा महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसकी जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन नगर निगम में अधिकारियों के काफी पद रिक्त हैं, जिसमें संयुक्त व उप नगर आयुक्त के साथ अधिशासी अभियंता भी शामिल हैं। इस कमी के कारण अन्य अधिकारियों पर अत्यधिक प्रभार होने से काम का लोड है और अधिकारी सही तरीके से अपने कार्य को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं। निगम से संबंधित तमाम समस्याएं सामने आ रही हैं और निगम द्वारा शहर को प्रदान की जाने वाली मूलभूत सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं।
ये भी पढ़ें – VIDEO: अस्पतालों का बाजार, यहां ठेके पर होता है इलाज, लील चुका है कई जिंदगी ऐसा ही जलकल विभाग का हाल
ऐसी ही कुछ स्थिति जलकल विभाग की है। पर्यटन नगरी में जल आपूर्ति और सीवरेज की जिम्मेदारी जलकल पर ही है, लेकिन यह विभाग भी अधिकारियों की कमी से जूझ रहा है। प्रतिदिन पेयजल व सीवर से संबंधित तमाम समस्याएं सामने आ रही हैं, लेकिन अधिकारियों की कमी के कारण उनका समय से निस्तारण नहीं हो पा रहा है। नगर निगम व जलसंस्थान से संबंधित समस्याओं के समय से निस्तारण न होने से दोनों विभागों के अधिकारी एनजीटी व सुप्रीम कोर्ट के निशाने पर आ जाते हैं। महापौर नवीन जैन ने उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और माननीय नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना को ज्ञापन सौंप नगर निगम व जलसंस्थान में रिक्त पदों पर जल्द से जल्द अधिकारियों की तैनाती की जाने की मांग की है।
ऐसी ही कुछ स्थिति जलकल विभाग की है। पर्यटन नगरी में जल आपूर्ति और सीवरेज की जिम्मेदारी जलकल पर ही है, लेकिन यह विभाग भी अधिकारियों की कमी से जूझ रहा है। प्रतिदिन पेयजल व सीवर से संबंधित तमाम समस्याएं सामने आ रही हैं, लेकिन अधिकारियों की कमी के कारण उनका समय से निस्तारण नहीं हो पा रहा है। नगर निगम व जलसंस्थान से संबंधित समस्याओं के समय से निस्तारण न होने से दोनों विभागों के अधिकारी एनजीटी व सुप्रीम कोर्ट के निशाने पर आ जाते हैं। महापौर नवीन जैन ने उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और माननीय नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना को ज्ञापन सौंप नगर निगम व जलसंस्थान में रिक्त पदों पर जल्द से जल्द अधिकारियों की तैनाती की जाने की मांग की है।
ये भी पढ़ें – Agra Breaking: दिनदहाड़े लाखों की लूट, महिला की हत्या का प्रयास, लोगों ने पीछा किया तो बक्से में छिप गया इस योजना के लिए दिया धन्यवाद
इसके साथ ही महापौर नवीन जैन ने डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा और नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना को पहले चरण के अंतर्गत स्वीकृत हुए पेयजल व सीवर की करोड़ों रुपए की योजनाओं के लिए धन्यवाद किया और आगरा शहर में इस प्रोजेक्ट के तहत शुरू हो रहे पेयजल व सीवर कार्य योजना की जानकारी दी और ज्ञापन सौंप शेष बचे शहर के क्षेत्रों में पेयजल व सीवर की समस्याओं के समाधान की मांग
इसके साथ ही महापौर नवीन जैन ने डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा और नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना को पहले चरण के अंतर्गत स्वीकृत हुए पेयजल व सीवर की करोड़ों रुपए की योजनाओं के लिए धन्यवाद किया और आगरा शहर में इस प्रोजेक्ट के तहत शुरू हो रहे पेयजल व सीवर कार्य योजना की जानकारी दी और ज्ञापन सौंप शेष बचे शहर के क्षेत्रों में पेयजल व सीवर की समस्याओं के समाधान की मांग