scriptआगरा के कीठम में बर्ड फ्लू का खतरा, झील में हैं करीब दस हजार पक्षी | Risk of bird flu in Keetham Agra | Patrika News

आगरा के कीठम में बर्ड फ्लू का खतरा, झील में हैं करीब दस हजार पक्षी

locationआगराPublished: Jan 12, 2021 04:45:48 pm

Submitted by:

arun rawat

— बर्ड फ्लू को लेकर की जा रही पोल्टी फार्मो की जांच, मरने वाली मुर्गियों और मुर्गो के बदलते रंग पर नजर रख रहा पशु विभाग।

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आगरा। बर्ड फ्लू के मामलों को लेकर प्रशासन काफी गंभीर है। आगरा का कीठम जहां पर्यटकों की संख्या काफी अधिक रहती है। वहां विदेशी पक्षियों के अलावा कुल दस हजार पक्षियों का आवागमन है। सोमवार को 20 पक्षियों के सैंपल जांच के लिए बरेली लैब भेजे गए। हालांकि अभी तक इनकी रिपोर्ट नहीं आई है लेकिन आशंका व्यक्त की जा रही है कि कीठम में बर्ड फ्लू हो सकता है।
लंबी दूरी से आते हैं पक्षी
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी वीएस तोमर ने बताया कि हाईवे पर बाहर से आने वाली ऐसी गाड़ियां जिनमें मुर्गी के चूजे या अन्य पक्षियों को लाया जा रहा है। उन्हें रोककर जांच की जा रही है। पशु पालन विभाग ऐसी मुर्गियों को चिह्नित कर रहा है जिनके सिर व चोंच के नीचे लाल रंग की कलंगी नीली पड़ गई हो या पंजों की झिल्ली का रंग बदला हो। पशुपालन विभाग बर्ड फ्लू वायरस के मद्देनजर कीठम झील को सबसे ज्यादा संवेदनशील मान रहा है। पशुपालन अधिकारी ने बताया कि लंबी दूरी तक उड़ने वाले पक्षियों से ही वायरस एक जगह से दूसरी जगह फैलता है।
24 जनवरी तक नहीं आएंगे चूजे
शासन ने एक जिले से दूसरे जिले में मुर्गी व चूजों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है। 24 जनवरी तक बॉर्डर बंद रहेंगे। पुलिस जनपद के बॉर्डर पर मुर्गी व चूजे ले जाने वालों पर नजर रखेगी। बर्ड फ्लू के मद्देनजर हाई अलर्ट घोषित चंबल सेंक्च्युरी में मुख्य वन संरक्षक केके सिंह ने मोटर वोट से भ्रमण कर प्रवासी, अप्रवासी पक्षियों को करीब से देखा। रेंजर बाह आरके सिंह राठौड़ ने मुख्य वन संरक्षक को बताया कि चंबल में प्रवासी पक्षी सोवलर, बार हैडेड गूज, पेंटेड स्टार्क, ब्लैक आईविश, पिंटेल, कोमन पोचार्ट, ब्लैक नेक्ड स्टार्क, जेकाना, स्पॉट बिल, मलार्ड, ग्रेलेग गूज, ब्लैक बेली टर्न, स्पून बिल, ओपन बिल स्टार्क, अप्रवासी पक्षी थिकिनी, इंडियन स्कीमर, लार्ज ईग्रेट, व्हाइट वेगटेल, रेडलेपविंग, विसलिंगटील, लिटिल ईग्रेट, ग्रे हेरान आदि मौजूद हैं। वन विभाग की टीम लगातार इन पक्षियों की निगरानी कर रही है। ग्रामीणों को भी जागरूक कर किसी पक्षी के बीमार होने या मरने पर सूचना देने के लिए अलर्ट किया गया है।
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