ये है मामला
थाना अछनेरा के गांव महुअर निवासी रनवीर सिंह व श्रवण कश्यप का घर पास में ही है। दोनों मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। उन्होंने बताया है कि वे काम करके घर पर आए थे। घर के आंगन में छोटे बच्चे चारपाई पर सो रहे थे। वे खाना खा रहे थे, तभी अचानक ईंट और पत्थर फिकना शुरू हो गया। जिसमें चारपाई पर सो रहे बच्चे बाल बाल बच गए। उन्होंने अपने बच्चों को कमरे में बंद किया तथा खुद भी कैद हो गए।
थाना अछनेरा के गांव महुअर निवासी रनवीर सिंह व श्रवण कश्यप का घर पास में ही है। दोनों मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। उन्होंने बताया है कि वे काम करके घर पर आए थे। घर के आंगन में छोटे बच्चे चारपाई पर सो रहे थे। वे खाना खा रहे थे, तभी अचानक ईंट और पत्थर फिकना शुरू हो गया। जिसमें चारपाई पर सो रहे बच्चे बाल बाल बच गए। उन्होंने अपने बच्चों को कमरे में बंद किया तथा खुद भी कैद हो गए।
मौके से भागी पुलिस
रात साढ़े दस बजे तक ईंट पत्थर लगातार फिकते रहे। इस पर उन्होंने इसकी सूचना कंट्रोल रूम पर दी। घरों में ईट पत्थर फिकने की खबर के बाद पीआरवी 22 मौके पर पहुंच गई। पत्थर कहां से फिक रहे हैं, इसकी जांच के लिए पुलिसकर्मी छत पर चढ़ गए, लेकिन ईंट और पत्थरों की तेज फिकाई को देख उनके होश उड़ गए। वे तत्काल छत से नीचे उतर आए। ग्रामीणों का आरोप है कि छत से नीचे उतरने के बाद पुलिसकर्मी मौके से भाग गए। ग्रामीणों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं रुके।
रात साढ़े दस बजे तक ईंट पत्थर लगातार फिकते रहे। इस पर उन्होंने इसकी सूचना कंट्रोल रूम पर दी। घरों में ईट पत्थर फिकने की खबर के बाद पीआरवी 22 मौके पर पहुंच गई। पत्थर कहां से फिक रहे हैं, इसकी जांच के लिए पुलिसकर्मी छत पर चढ़ गए, लेकिन ईंट और पत्थरों की तेज फिकाई को देख उनके होश उड़ गए। वे तत्काल छत से नीचे उतर आए। ग्रामीणों का आरोप है कि छत से नीचे उतरने के बाद पुलिसकर्मी मौके से भाग गए। ग्रामीणों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं रुके।
पुलिस के खिलाफ आक्रोश
पुलिस की इस कार्यप्राणली को देख ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्याप्त हो गया है। ग्रामीणों ने कहा कि हमने अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस से मदद मांगी थी, लेकिन पुलिस बगैर हमारी मदद कर मौके से भाग खड़ी हुई। ग्रामीणों ने कहा है कि वे इसकी शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों से करेंगे।
पुलिस की इस कार्यप्राणली को देख ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्याप्त हो गया है। ग्रामीणों ने कहा कि हमने अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस से मदद मांगी थी, लेकिन पुलिस बगैर हमारी मदद कर मौके से भाग खड़ी हुई। ग्रामीणों ने कहा है कि वे इसकी शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों से करेंगे।
छ घंटे तक लगातार फिके पत्थर
रनवीर सिंह व श्रवण कश्यप ने बताया है कि शाम सात बजे से लेकर रात एक बजे पत्थर फिकते रहे। घर के बाहर लगा टीनशेड टूट गया। इससे दोनों परिवार काफी दहशत में है। पूरी रात जगार करनी पड़ी। उन्होंने बताया है कि एक साल से लगातार रात को पत्थर फिक रहे है। बीच में पत्थर फिकना बंद हो गया था। लेकिन पिछले सात दिनों से फिर से लगातार ईट पत्थर फिकना शुरू हो गया है।
रनवीर सिंह व श्रवण कश्यप ने बताया है कि शाम सात बजे से लेकर रात एक बजे पत्थर फिकते रहे। घर के बाहर लगा टीनशेड टूट गया। इससे दोनों परिवार काफी दहशत में है। पूरी रात जगार करनी पड़ी। उन्होंने बताया है कि एक साल से लगातार रात को पत्थर फिक रहे है। बीच में पत्थर फिकना बंद हो गया था। लेकिन पिछले सात दिनों से फिर से लगातार ईट पत्थर फिकना शुरू हो गया है।
इनपुट : देवेश शर्मा खेलो पत्रिका Flash Bag NaMo9 Contest और जीतें आकर्षक इनाम, कॉन्टेस्ट मे शामिल होने के लिए http://flashbag.patrika.com पर विजिट करें।