सुनारी (शास्त्रीपुरम, सिकंदरा) में 24 फरवरी को समरसता संगम कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत को आना है।
इसी कार्यक्रम को लेकर जूनियर स्कूल, फतेहाबाद में आयोजित गटनायक बैठक हुई। कार्यक्रम का पूर्वाभ्यास किया गया।
इस मौके पर संघ के बृज प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमें विश्व से सबसे बड़े संगठन के प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक के दर्शन होंगे।
रौतेला ने कहा कि हमने अपने संस्कृति व सभ्यता के लिए बलिदान दिए हैं। हमारी संस्कृति श्रेष्ठ है। समाज में हमारी स्वीकार्यता है, क्योंकि हमने सदैव समाज और राष्ट्र के लिए समर्पण कर कार्य किया है इसी का परिणाम है कि अनुसाशन और सूचना पालन में हमारा संगठन विश्व में शीर्ष स्थान रखता है।
आरएसएस जियो और जीने दो की सभ्यता के द्योतक है। हम भोगवादी नहीं, संरक्षण वादी है। हमारे महापुरुषों द्वारा अपनी संस्कृति व सभ्यता के लिए अपने आप को बलिदान कर दिया है हमारी गुरुकुलो में हजारों देशी विदेशी छात्र रहकर शिक्षा ग्रहण करते थे।