वाणिज्यकर सर्वे ने मचा रखी है व्यापारियों में खलबली
तीन साल का ब्योरा कर रहे तलब, अधिकारियों ने जारी किए नोटिस

आगरा। नोटबंदी, जीएसटी के बाद आयकर विभाग ने आगरा मंडल में जबरदस्त छापेमारी की थी। वित्तीय वर्ष समाप्ति से पहले वाणिज्यकर विभाग ने भी व्यापारियों की सूची तैयार की है साथ ही साथ तीन साल का लेखाजोखा भी तैयार किया जा रहा है। बीते दिनों आगरा के एक कारोबारी के यहां डाले गए छापे में लाखों रुपये सरेंडर कराए गए हैं। वहीं वाणिज्य कर विभाग सर्वे के लिए तैयारी कर रहा है।
बता दें कि पिछले सप्ताह फाउंड्रीनगर में वाणिज्यकर विभाग के अधिकारियों की विशेष जांच टीम (एसआईबी) ने एक कारोबारी के यहां छापामार कार्रवाई की थी। प्रारम्भिक तौर पर व्यापारी के यहां से करीब छह लाख, अस्सी हजार रुपये जमा कराए गए हैं। छापे में मिली लेखा पुस्तिकाओं की जांच जारी है और जांच के बाद और टैक्स जमा कराए जाने की संभावना बरकरार है। एसआईबी ने पिछले सप्ताह फाउंड्रीनगर स्थित कार्बन व सिलिकॉन कारोबार से जुड़े एक कारोबारी के यहां छापा मारा था। छापे में करीब तीन साल पुराने से लेकर वर्तमान लेन-देन के बड़ी संख्या में कागजात अधिकारियों के हाथ लगे। अपर आयुक्त ग्रेड-वन डॉ. बुद्धेश मणि का कहना है कि एसआईबी ने अभिलेख सीज किए हैं और फिलहाल 6.80 लाख रुपये जमा करा गए हैं। माल लेन-देन की लेखा पुस्तिकाओं की जांच जारी है। जांच टीम द्वारा अपनी रिपोर्ट बनाकर खंड अधिकारी को दी जाएगी। खंड अधिकारी द्वारा रिपोर्ट के आधार पर आगे की छानबीन की जाएगी।
गलत काम नहीं हो सकेगा, गंभीरता से होगा सर्वे
वाणिज्यकर विभाग के एसआईबी टीम के छापामार कार्रवाई से कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। कारोबारियों को ये चिंता सता रही है कि कोई भी पुराना मामला वाणित्यकर विभाग की टीम खोल सकती है। वहीं वाणिज्यकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उद्यमियों के साथ कुछ भी गलत नहीं होने दिया जाएगा। इस मामले में कड़ी निगाह रखी जाएगी। हालांकि पुराने कई मामलों की जांच पड़ताल कराई जा रही है। यदि कोई अधिकारी गलत काम करता है, तो उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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