ध्वनि मत से सपा सम्राट बने अखिलेश
यह सब समाजवादी पार्टी के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन में यहां हुआ। पूरा आगरा अखिलेश और मुलायम के होर्डिंगों से पटा हुआ था। उम्मीद की जा रही थी कि मुलायम अपनी पार्टी के अधिवेशन में जरूर आएंगे। बार बार सूचना आती थी। मुलामय आ रहे हैं। जनता जिंदाबाद के नारे लगाने लगती। लेकिन थोड़ी देर में फिर सूचना आती कि मुलायम एयरपोर्ट से वापस लौट गए हैं। यह सुनते ही समर्थक मायूस हो जाते। यह भी कहा जा रहा था कि तेज प्रताप यादव उर्फ तेजू मुलायम को विशेष विमान से लेने लखनऊ गए हैं। अखिलेश का सपा सम्राज्य में सम्राट के रूप में तिलक तो ध्वनिमत से हो गया, लेकिन लोगों को मुलायम बहुत याद आए।
यह सब समाजवादी पार्टी के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन में यहां हुआ। पूरा आगरा अखिलेश और मुलायम के होर्डिंगों से पटा हुआ था। उम्मीद की जा रही थी कि मुलायम अपनी पार्टी के अधिवेशन में जरूर आएंगे। बार बार सूचना आती थी। मुलामय आ रहे हैं। जनता जिंदाबाद के नारे लगाने लगती। लेकिन थोड़ी देर में फिर सूचना आती कि मुलायम एयरपोर्ट से वापस लौट गए हैं। यह सुनते ही समर्थक मायूस हो जाते। यह भी कहा जा रहा था कि तेज प्रताप यादव उर्फ तेजू मुलायम को विशेष विमान से लेने लखनऊ गए हैं। अखिलेश का सपा सम्राज्य में सम्राट के रूप में तिलक तो ध्वनिमत से हो गया, लेकिन लोगों को मुलायम बहुत याद आए।
शिवपाल के संदेश ने किया अपना काम
आगरा में समाजवादी पार्टी का अधिवेशन आज गुरूवार की सुबह शुरू हुआ। इसके 12 घंटे पहले नाराज शिवपाल सिंह यादव ने फोन करके कार्यक्रम सफल होने की बधाई अखिलेश को दी थी। आज अध्यक्ष बन जाने के बाद फिर उन्होंने ट्वीट करके अखिलेश को बधाई दी। उन्होंने अपने संदेश में अखिलेश के उज्जवल भविष्य की कामना की। अखिलेश ने इस बात की जिक्र अपने उदबोधन में किया कि चाचा की बधाई आई है। पिताजी का अशीर्वाद उनके साथ है। उनकी पिता मुलायम सिंह से लगातार सपा सम्मेलन को लेकर बात हो रही है। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के सफल होने की कामना भी की थी। सूत्रों की माने तो आज सुबह संदेश देने से पहले शिवपाल मुलायम से मिलने गए थे।
आगरा में समाजवादी पार्टी का अधिवेशन आज गुरूवार की सुबह शुरू हुआ। इसके 12 घंटे पहले नाराज शिवपाल सिंह यादव ने फोन करके कार्यक्रम सफल होने की बधाई अखिलेश को दी थी। आज अध्यक्ष बन जाने के बाद फिर उन्होंने ट्वीट करके अखिलेश को बधाई दी। उन्होंने अपने संदेश में अखिलेश के उज्जवल भविष्य की कामना की। अखिलेश ने इस बात की जिक्र अपने उदबोधन में किया कि चाचा की बधाई आई है। पिताजी का अशीर्वाद उनके साथ है। उनकी पिता मुलायम सिंह से लगातार सपा सम्मेलन को लेकर बात हो रही है। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के सफल होने की कामना भी की थी। सूत्रों की माने तो आज सुबह संदेश देने से पहले शिवपाल मुलायम से मिलने गए थे।
आगरा में अखिलेश का आगाज, जनता बोली अब करेगा राज
अखिलेश यादव को जैसे ही सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और उन्होंने अधिवेशन को सम्बोधित करना शुरू किया वैसे ही जनता ने अखिलेश के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए। वे बोले मोदी योगी के आगे भारी आगाज, अब अखिलेश करेगा राज। बिहार से आए प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रिका से कहा कि अखिलेश के सिवा पार्टी का कोई दूसरा नेता नहीं है। मुलायम सिंह तो हमारे संरक्षक हैं। पार्टी के तमाम संस्थापक सदस्य किरण मयनंदा, नरेश अग्रवाल, जया बच्चन, आजम खां, राम गोविन्द चौधरी, इंद्र जीत सरोज, नरेश उत्तम, राम गोविन्द चौधरी समेत तमाम नेताओं ने अखिलेश के प्रति अपनी निष्ठा जताई। सबने उनकी तारीफों के पुल बांधे।
अखिलेश यादव को जैसे ही सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और उन्होंने अधिवेशन को सम्बोधित करना शुरू किया वैसे ही जनता ने अखिलेश के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए। वे बोले मोदी योगी के आगे भारी आगाज, अब अखिलेश करेगा राज। बिहार से आए प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रिका से कहा कि अखिलेश के सिवा पार्टी का कोई दूसरा नेता नहीं है। मुलायम सिंह तो हमारे संरक्षक हैं। पार्टी के तमाम संस्थापक सदस्य किरण मयनंदा, नरेश अग्रवाल, जया बच्चन, आजम खां, राम गोविन्द चौधरी, इंद्र जीत सरोज, नरेश उत्तम, राम गोविन्द चौधरी समेत तमाम नेताओं ने अखिलेश के प्रति अपनी निष्ठा जताई। सबने उनकी तारीफों के पुल बांधे।
इस तरह हुआ सपा की सत्ता संघर्ष का पटाक्षेप
समाजवादी पार्टी में बीते एक साल से सपा की अध्यक्षी को लेकर चल रहा पार्टी का अंदुरूनी सत्ता संघर्ष गुरूवार का शरदपूर्णिमा की दोपहर समाप्त हो गया। जो पहले एक दूसरे के पैर खींचने में लगे थे वे आज बधाई देने में जुट गए थे। सपा का अधिवेशन स्थल खचाखच भरा हुआ था। युवा नारे लगा रहे थे जय जय अखिलेश, जय जय अखिलेश…।
समाजवादी पार्टी में बीते एक साल से सपा की अध्यक्षी को लेकर चल रहा पार्टी का अंदुरूनी सत्ता संघर्ष गुरूवार का शरदपूर्णिमा की दोपहर समाप्त हो गया। जो पहले एक दूसरे के पैर खींचने में लगे थे वे आज बधाई देने में जुट गए थे। सपा का अधिवेशन स्थल खचाखच भरा हुआ था। युवा नारे लगा रहे थे जय जय अखिलेश, जय जय अखिलेश…।