गौरतलब है कि बीते दिनों सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जोरदार प्रहार किए थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा की सरकार का विकास से कोई लेना देना नहीं है। चुनाव से पहले कुछ ऐसा मुद्दा छेड़ देंगे, जिससे लोग भ्रम में पड़ जाएंगे और उनका वोट हासिल करने का प्रयास होगा। इससे सावधान रहना। देश के हालात किसी से छिपा नही है। हर वर्ग परेशान है। अच्छे दिन वालों से लोग निराश है। किसान संकट में है। नोटबंदी से केवल बैंकों का फायदा हुआ है। आम आदमी का कोई फायदा नहीं हुआ है। जीएसटी से व्यापारी संकट में है। नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को तहस नहस कर दिया है। नौजवानों के पास नौकरी नहीं है। बेरोजगारी बढ़ रही है।
महानगर अध्यक्ष रईसुद्दीन कुरैशी का कहना है कि निकाय चुनाव के लिए पार्टी ने तैयारियां कर ली हैं। अखिलेश यादव ने जो दिशा निर्देश जारी किए हैं, पार्टी कार्यकर्ता उनके जरिए ही निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटेंगे। इस समय आगरा की स्थिति बहुत खराब है। नोटबंदी के बाद से हर वर्ग परेशान है। कारोबार ठप पड़ गए हैं। आधे अधूरे इंतजामों के साथ सरकार नियम कानून कारोबारियों और आम जनता पर थोप रही है। इसका परिणाम उन्हें चुनावों में भुगतना पड़ेगा। जिस जनता ने अर्श पर पहुंचाया है, वही जनता उन्हें फर्श पर भी लाना जानती है। निकाय चुनाव सहित लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को बड़ी जीत हासिल होगी।