ये है मामला
जानकारी के मुताबिक 8 अगस्त को बिजेन्द्र के खिलाफ उनके एक रिश्तेदार आशीष प्रजापति ने उनके खिला मामला दर्ज कराया था। आशीष का आरोप था कि वो दूध लेने जा रहा था, तभी बिजेन्द्र समेत आठ—दस लोगों ने उसे घेरकर उसकी पिटाई की। इस मामले में पुलिस ने बिजेन्द्र के खिलाफ जानलेवा हमला समेत कई धाराओं में मामले दर्ज किए थे। इस मामले में पुलिस उनके घर पहुंची तो बिजेन्द्र परेशान हो गए और उन्होंने रविवार शाम पत्नी मंजू संग मिलकर विषाक्त पदार्थ खा लिया। इससे उनकी हालत बिगड़ने लगी। तब बेटियों ने शोर मचाया तो आसपास के लोग इकट्ठे हो गए और उन्हें पुलिस को सूचना दी। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर एसएन मेडिकल पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक 8 अगस्त को बिजेन्द्र के खिलाफ उनके एक रिश्तेदार आशीष प्रजापति ने उनके खिला मामला दर्ज कराया था। आशीष का आरोप था कि वो दूध लेने जा रहा था, तभी बिजेन्द्र समेत आठ—दस लोगों ने उसे घेरकर उसकी पिटाई की। इस मामले में पुलिस ने बिजेन्द्र के खिलाफ जानलेवा हमला समेत कई धाराओं में मामले दर्ज किए थे। इस मामले में पुलिस उनके घर पहुंची तो बिजेन्द्र परेशान हो गए और उन्होंने रविवार शाम पत्नी मंजू संग मिलकर विषाक्त पदार्थ खा लिया। इससे उनकी हालत बिगड़ने लगी। तब बेटियों ने शोर मचाया तो आसपास के लोग इकट्ठे हो गए और उन्हें पुलिस को सूचना दी। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर एसएन मेडिकल पहुंचे।
भाई ने ये लगाया आरोप
बिजेन्द्र के भाई संजय का कहना है कि छह अगस्त को बिजेन्द्र अस्पताल में भर्ती थे। सात अगस्त को उन्हें घर लाया गया। इसी बीच पुलिस ने उनके खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद दबिश देना शुरू कर दिया। इससे उनके भाई ने परेशान होकर ये कदम उठा लिया।
बिजेन्द्र के भाई संजय का कहना है कि छह अगस्त को बिजेन्द्र अस्पताल में भर्ती थे। सात अगस्त को उन्हें घर लाया गया। इसी बीच पुलिस ने उनके खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद दबिश देना शुरू कर दिया। इससे उनके भाई ने परेशान होकर ये कदम उठा लिया।
ये कहना है पुलिस का
इस मामले में थाना एत्माद्दौला के प्रभारी निरीक्षक उदयवीर मलिक का कहना है कि बिजेन्द्र और मंजू के विषाक्त पदार्थ खाने की सूचना मिली थी। ट्रांस यमुना कालोनी स्थित गोयल हॉस्पिटल में जांच के लिए गए थे। चिकित्सक ने विषाक्त पदार्थ खाने की पुष्टि नहीं की है। आरोपों की जांच की जाएगी। पुलिस आरोपी के घर नहीं गई थी।
इस मामले में थाना एत्माद्दौला के प्रभारी निरीक्षक उदयवीर मलिक का कहना है कि बिजेन्द्र और मंजू के विषाक्त पदार्थ खाने की सूचना मिली थी। ट्रांस यमुना कालोनी स्थित गोयल हॉस्पिटल में जांच के लिए गए थे। चिकित्सक ने विषाक्त पदार्थ खाने की पुष्टि नहीं की है। आरोपों की जांच की जाएगी। पुलिस आरोपी के घर नहीं गई थी।