संता-बंता जोक्स की वजह से पंजाब के रहने वाले जेडी घई अरबपति बन गए। साल 1999 में जेडी घई को संता-बंता नाम से जोक्स बनाने का आईडिया पहली बार आया था।
संता बंता जोक्स को बैन करने से संबंधित केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। लेकिन इस बीच इससे जुड़ी एक बात आपको चौंकने पर मजबूर कर सकती है। दरअसल, संता-बंता जोक्स की वजह से पंजाब के रहने वाले जेडी घई अरबपति बन गए।
इसकी शुरूआत साल 1999 से तब हुई थी, जब लुधियाना में रह रहे जेडी घई को संता-बंता नाम से जोक्स बनाने का आईडिया पहली बार आया था। दरअसल बताया जाता है कि उनकी दादी का नाम नाम बंतो था और उनकी बहन नाम संतो है। दोनों को ही लेकर उनके परिवार में खूब हंसी मजाक होती रहती थी।
ऐसे हंसी-मजाक के दौरान ही उन्हें संता-बंता नाम से एक वेबसाइट शुरू करने का आईडिया और अपने इस आईडिया को हकीकत में तब्दीत करने वो लुधियाना से चंडीगए आ पहुंचे। जेडी अपने परिवार का बिजनेस छोड़कर इस वेबसाइट को शुरू किया था और वक्त के साथ ये इतनी मशहूर हो गई की आज ना बहुत से जोक्स संता-बंता के नाम बन चुके हैं।
घई के अपनी इस वेबसाइट की सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, जिसमें आठ सदस्य है। जेडी की इस वेबसाइट को आज हर दिन छह लाख से ज्यादा लोग देखते हैं और उनकी इस कंपनी की कीमत एक अरब रूपए से भी ज्यादा बताई जाती है।
कंपनी से जुड़े लोगों की मानें तो संता-बंता की छवि धर्मनिरपेक्ष है और इस बात को बेहद ध्यान रखा जाता है कि उनके चुटकुलों से किसी की धार्मिक या फिर किसी अन्य तरह की भावनाएं आहत ना हो।
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में लगभग 5000 वेबसाइट्स से संता-बंता के जोक्स को हटाने की मांग की गई है। फैसला सुप्रीम कोर्ट को करना है, लेकिन संता-बंता से जोक्स से जुड़ी एक खास बात ये है कि इसने एक आदमी को अरबपति बना दिया है।