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चार माह के कोर्स को करने के बाद चला सकेंगे मेडिकल स्टोर

locationआगराPublished: Jan 22, 2018 06:44:20 pm

संगोष्ठी में फार्मासिस्ट समस्या का दिया विकल्प, फूड लाइसेंस की अनिवार्यता को कहा गलत

Chemist Association

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आगरा। आगरा महानगर कैमिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले न्यू शाहगंज स्थित श्रीकृष्ण गौशाला में दवा व्यापारियों की समस्याओं के निदान के लिए सोमवार को विशाल संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी में आगरा भर से मौजूद 600 से अधिक थोक व फुटकर दवा व्यापारियों को संबोधित करते हुए आॅल इंडिया कैमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय मेहरोत्रा ने कहा कि हमारे दवा व्यापारी मानव सेवा व जीवनरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।

अनट्रेंड हाथों से न बिके दवा
उन्होंने कहा कि सरकार के साथ हम सबकी भी यही मंशा है कि दवाएं अनट्रेंड हाथों से नहीं बिकनी चाहिए। इस क्रम में कौशल विकास मिशन के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए असिस्टेंट फार्मासिस्ट कोर्स दवा व्यापारियों के लिए फार्मासिस्ट का सही विकल्प हो सकता है। चार माह की अवधि के इस कोर्स में डिप्लोमा फार्मेसी वाले ही सारे विषय दवा व्यापारी को पढ़ाए जाते हैं। कानपुर में 120 दवा व्यापारी यह कोर्स कर चुके हैं। संगठन द्वारा प्रदेश भर में जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। जब प्रदेश के अधिकांश दवा व्यापारी यह कोर्स कर लेंगे तब पढ़ाई व अनुभव के आधार पर सरकार से संगठन द्वारा इनको बिजनेस फार्मासिस्ट की मान्यता प्रदान कर, बिना अलग से कोई फार्मासिस्ट रखे व्यापार चलाने देने की मांग की जाएगी।
फूड लाइसेंस हटाने की मांग
श्री मेहरोत्रा ने स्पष्ट किया कि फार्मासिस्ट समस्या के निदान हेतु पिछले दशक में गठित आयोग द्वारा भी फुटकर दवा व्यापारियों को प्रशिक्षण देकर बिजनेस फार्मासिस्ट बनाने की रिपोर्ट दी थी, किंतु तब तत्कालीन सरकारों ने इस रिपोर्ट पर ध्यान नहीं दिया। उप्र कैमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के महासचिव राजेंद्र सैनी ने संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए दवा व्यापार से फूड लाइसेंस हटाने की पुरजोर मांग करते हुए कहा कि जहां खाद्य सामग्री का निर्माण होता हो, वहां फूड लाइसेंस नियमानुसार जरूरी है। दवाएं सारी सील पैक्ड आती हैं अतः इनसे फूड लाइसेंस की अनिवार्यता समाप्त होनी चाहिए। जब तक सरकार इसे खत्म नहीं कर पा रही, तब तक शासन प्रशासन द्वारा संगठन के सहयोग से फूड लाइसेंस के शिविर जगह-जगह लगाने चाहिए, ताकि व्यापारी का उत्पीड़न न हो। उसे आसानी रहे।
दवा कंपनियों के लिए ये फरमान
उप्र एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व आगरा एसोसिएशन के संस्थापक गिरधारी लाल भगत्यानी ने एक्सपायरी ब्रेकेज की समस्या पर कहा कि दवा कंपनियों द्वारा एक्सपायर्ड दवाओं की वापसी हेतु कोई समय सीमा नहीं होनी चाहिए। संगठन इसका पुरजोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि एक्सपायर्ड दवाएं कंपनी वापस नहीं लेंगी इनका निस्तारण कैसे होगा। अगर दवा विक्रेता इन एक्सपायर्ड दवाओं को खेत, जल, सडक कहीं भी फेंकते हैं तो यह जन-जीवन के लिए घातक होगा। लिहाजा दवा कंपनियों को एक्सपायर्ड दवाएं हर हाल में वापस लेनी चाहिए।
जीएसटी डिफरेंस लौटाया जाए
आगरा एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष शर्मा ने दवा कंपनियों से व्यापारियों को जीएसटी डिफरेंस जल्द से जल्द लौटाए जाने की मांग की। महासचिव अश्विनी श्रीवास्तव ने कहा कि जो दवा कंपनियां डाॅक्टर्स, नर्सिंग होम्स या अन्य कहीं भी सीधी सप्लाई कर रही हैं, संगठन उनका बहिष्कार करेगा।
इस दौरान कैमिस्ट एकता व व्यापारी एकता जिंदाबाद के नारे गूंजते रहे। कार्यक्रम संयोजक आशीष ब्रहमभटट ने संचालन किया। आगरा एसोसिएशन के संस्थापक शशि शंकर शर्मा, यूपी एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी सुमित पाहवा व यूपी एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष नंद किशोर ओझा, प्रमोद गुप्ता आदि मंचस्थ थे।
नई कार्यकारणी को दिलाई शपथ
इससे पूर्व प्रदेश महासचिव राजेंद्र सैनी व संस्थापक गिरधारी लाल भगत्यानी द्वारा आगरा महानगर कैमिस्ट एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी को शपथ दिलाई गई। इसमें अध्यक्ष आशीष शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा आशीष ब्रहमभटट, उपाध्यक्ष राज नरेश, अजीत दुबे, प्रभात सिंह, महासचिव अश्विनी श्रीवास्तव, सचिव अमित कुमार, कोषाध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, सह कोषाध्यक्ष विमल स्वरूप सिंह, संगठन मंत्री नरेंद्र पंजवानी, मीडिया प्रभारी मोहित आहूजा व कार्यकारिणी सदस्य शामिल रहे।

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