90 साल के थे घास की मंडी, फ्रीगंज रॉड निवासी पण्डित हरिओम भारद्वाज 90 वर्ष के थे। विगत कुछ माह से बीमार थे। उन्होंने 26 जनवरी 2018 के गणतन्त्र दिवस के कार्यक्रम में आख़िरी बार सार्वजनिक सभा की अध्यक्षता की थी। गुरु आगरा की कांग्रेस की उस परम्परा की अंतिम कड़ियों में से थे, जो आजादी से पूर्व व बाद के घटनाक्रमों का सारा इतिहास अपने में सँजोये थे और नई पीढ़ी को बताते रहे।
सभी बड़े नेता उन्हें जानते थे कांग्रेस नेता नवीन शर्मा ने बताया कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, नारायण दत्त तिवारी उन्हें खूब जानते पहचानते थे। हरिओम भारद्वाज मूल रूप से खेरागढ़ के रहने वाले थे। उनका परिवार आगरा में आकर बस गया और यहीं का होकर रह गया।