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शिक्षामित्र को केन्द्र सरकार से भी मिला बड़ा झटका, दिल्ली से लौटे

locationआगराPublished: Sep 15, 2017 10:45:46 am

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने शिक्षामित्रों से कहा कि प्रदेश सरकार से प्रस्ताव मिले, तब आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Shiksha mitra

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आगरा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रप्रकाश जावड़ेकर से राजधानी दिल्ली में शिक्षामित्रों की वार्ता विफल रही। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने शिक्षामित्रों से कहा कि प्रदेश सरकार से प्रस्ताव मिले, तब आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस जबाव से संतुष्ट न होने के बाद शिक्षामित्र संगठन संसद का घेराव करने निकले, तो पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। रात भर थाने में रखा गया। मुचलके पर शिक्षामित्रों को रिहाई मिली, इसके बाद शिक्षामित्र दिल्ली से लौटकर अपने अपने घर लौट रहे हैं। जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि
टूट रही उम्मीद
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि सवा लाख शिक्षामित्र दिल्ली के जंतर मंतर पर चार दिन तक जमे रहे। सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। शिक्षामित्रों की अब तो जो पूंजी थी, वो भी समाप्त हो चुकी है। अब आंदोलन करें भी तो कैसे करें। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक बार फिर शिक्षामित्रों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अब शिक्षामित्र का प्रदेश संगठन जो निर्णय लेगा, उसके हिसाब से आगे की तैयारी सभी शिक्षामित्र साथी करेंगे।

ये है मामला
सुप्रीम कोर्ट से 25 जुलाई 2017 को शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द कर दिया गया है। वहीं उन्हें टीईटी पास करने के बाद ही भर्ती में मौका देने की बात भी फैसले में है।शिक्षामित्र लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि केन्द्र सरकार कानून में संशोधन कर उन्हें समायोजित कर सकती है। वहीं शिक्षामित्रों की मांग है कि शिक्षक बनने तक समान कार्य और समान वेतन दिया जाए। उधर योगी सरकार ने शिक्षामित्रों के लिए 10 हजार रुपये मानदेय का प्रावधान रखा, लेकिन शिक्षामित्रों का कहना है कि ये भीख उन्हें नहीं चाहिए।
पीएम मोदी पर निशाना
दिल्ली के जंतर मंतर पर जारी प्रदर्शन में शिक्षामित्रों का निशाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर है। शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गाजी इमाम आला ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बनारस में एक रैली में कहा था कि शिक्षामित्र आत्‍महत्‍या न करें। प्रदेश के शिक्षामित्रों की समस्‍या उनकी अपनी समस्‍या है जिसका समाधान किया जाएगा। पीएम मोदी ने वायदा किया था, लेकिन अब वे इसे भूल गए हैं। यूपी में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद शिक्षामित्रों को कोई पूछ नहीं रहा है। अब तक प्रदेश में करीब 50 शिक्षामित्र आत्‍महत्‍या कर चुके हैं, आगे भी ऐसे हालात बन रहे हैं।

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