फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप द्वारा निर्मित फिल्म मनमर्जियां में सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं संस्कृति को जानबूझकर एवं सोची समझी साजिश के तहत धूमिलकर ठेस पहुंचाए जाने हेतु विभिन्न दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं, जिससे संपूर्ण भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों में एवं विदेशों में रहने वाले सिख समाज में उसके आस्था रखने वाले वालों द्वारा भारी रोष प्रकट किया गया है।
सिख समाज ने मांग की कि इस फिल्म को तुरंत आगरा जनपद के समस्त सिनेमाघरों से वह उत्तर प्रदेश राज्य के अन्य जनपदों के सिनेमाघरों से भी प्रदर्शन पर तुरंत रोक लगाई जाये। आगरा के सिख समाज द्वारा विशेष अपील जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर की गई। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश द्वारा कैंसर जैसे असाध्य रोगों की रोकथाम हेतु तंबाकू के सेवन पर नियंत्रण किए जाने हेतु सराहनीय कार्य इस दिशा में किए जा रहे हैं, जिनकी सिख समाज द्वारा खुले दिल से विभिन्न मंचों पर सराहना की जाती है, लेकिन उक्त फिल्म में तंबाकू सिगरेट के प्रचार की कहीं कोई कमी फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप द्वारा नहीं छोड़ी गई है।
इस सीन पर आपत्ति
अभिनेता अभिषेक बच्चन में अभिनेत्री तापसी पन्नू द्वारा सिगरेट पीने हेतु युवा वर्ग को विशेष रुप से प्रोत्साहित किया जाना दर्शाया गया है। सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज जी के 350वें प्रकाश पर्व को मनाया जाने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विशेष सराहनीय कदम पूर्व में उठाए गए हैं, जिससे श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज की द्वारा दी गई शिक्षाओं का प्रचार प्रसार सामाजिक व राष्ट्रीय युवा पीढ़ी राष्ट्रीय निर्माण के लिए सशक्तिकरण हेतु किया जा सके। श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी द्वारा तंबाकू से निर्मित पदार्थों के सेवन का पूर्ण रुप से खंडन किया गया। वहीं फिल्म में सभी मर्यादाओं को तोड़ मरोड़ कर तंबाकू सिगरेट के प्रयोग का खुलेआम प्रदर्शन किया गया ,है जो अति निंदनीय मानहांनि कारक व धार्मिक आस्था को चोटिल करता है।
ज्ञापन आगरा के समस्त गुरुद्वारों की संस्था सिख यूथ वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन वह गुरुद्वारा दुख निवारण गुरु का ताल के संत बाबा प्रीतम सिंह गुरुद्वारा माईथान के प्रधान कंवलजीत सिंह, प्रीति उपाध्याय, गुरु सेवक श्याम भोजवानी, ग्रंथि अजब सिंह टीटू, ज्ञानी कुलविंदर सिंह, रानी सिंह ,पाली सेठी, सतपाल सिंह बत्रा ,परमात्मा सिंह, गुरदीप लूथरा, शंटी आनंद, रेनू भाटिया, हरपाल सिंह आदि उपस्थिति रहे।