यह था पूरा मामला
प्रयागराज के थाना दुर्गागंज क्षेत्र के बंडा गांव निवासी 36 वर्षीय निवासी सुनीता देवी पत्नी विमल कुमार के साथ दिल्ली किसी रिश्तेदारी में गई थी। वह एस1 कोच में सीट संख्या 37 पर सफर कर रही थी। वापस आते समय महिला तेज दर्द से कराहने लगी। महिला की प्रसव पीड़ा अधिक होने पर पति ने कोच में सवार टीटीई को दी। टीटीई ने टूंडला कंट्रोल रूम को मामले की जानकारी दी। अधिकारियों के निर्देश पर ट्रेन को करीब दस बजे टूंडला जंक्शन पर रोका गया।
प्रयागराज के थाना दुर्गागंज क्षेत्र के बंडा गांव निवासी 36 वर्षीय निवासी सुनीता देवी पत्नी विमल कुमार के साथ दिल्ली किसी रिश्तेदारी में गई थी। वह एस1 कोच में सीट संख्या 37 पर सफर कर रही थी। वापस आते समय महिला तेज दर्द से कराहने लगी। महिला की प्रसव पीड़ा अधिक होने पर पति ने कोच में सवार टीटीई को दी। टीटीई ने टूंडला कंट्रोल रूम को मामले की जानकारी दी। अधिकारियों के निर्देश पर ट्रेन को करीब दस बजे टूंडला जंक्शन पर रोका गया।
दवा दिलवाने के बाद महिला को ले गए परिजन
महिला को 108 एंबुलेंस के जरिए सीएचसी टूंडला के लिए भेज दिया गया। टूंडला स्टेशन अधीक्षक द्वारा जीआरपी टूण्डला पुलिस को मेमो देकर प्रसूता के बारे में अवगत कराया गया। ट्रेन रोके जाने को लेकर महिला के परिजनों ने ट्रेन अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है। परिजन दवा दिलवाने के बाद महिला को अपने साथ लेकर चले गए।
महिला को 108 एंबुलेंस के जरिए सीएचसी टूंडला के लिए भेज दिया गया। टूंडला स्टेशन अधीक्षक द्वारा जीआरपी टूण्डला पुलिस को मेमो देकर प्रसूता के बारे में अवगत कराया गया। ट्रेन रोके जाने को लेकर महिला के परिजनों ने ट्रेन अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है। परिजन दवा दिलवाने के बाद महिला को अपने साथ लेकर चले गए।