प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि नए वार्ड और अतिरिक्त व्यवस्था के लिए स्टाफ और उपकरण की कमी है, इनकी मांग की है। विशेष अधिकारी ने कोविड अस्पताल के कंट्रोल रूम से आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों को देखा। मरीजों को क्या इलाज और डाइट दी जा रही है, इसके लिए बीएचटी भी जांची।
एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए स्त्री रोग विभाग की पुरानी इमारत में 20 बेड का मिनी कोविड अस्पताल तैयार किया जा रहा है। इसमें चार शौचालय हैं, लेकिन इसमें चार और शौचालय की कमी है। इनका निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा, यह बनने के बाद वार्ड तैयार हो जाएगा। इस पर संदिग्ध मरीजों को यहां भर्ती कर इलाज किया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद संक्रमित पाए जाने पर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा, निगेटिव रिपोर्ट पर संबंधित विभागों के वार्ड में मरीज शिफ्ट कर दिए जाएंगे। इसके कुछ दिनों बाद मरीजों को डिस्चार्ज कर घर भेज दिया जाएगा।