क्या है क्षमा
इस मौके पर कहा गया कि जब तक मन की कटुता दूर नहीं होगी, तब तक क्षमावाणी पर्व मनाने का कोई अर्थ नहीं है। जैन धर्म क्षमाभाव ही सिखाता है। हमें भी रोजमर्रा की सारी कटुता, कलुषता को भूलकर एक-दूसरे से क्षमा मांगते हुए और एक-दूसरे को क्षमा करते हुए सभी गिले-शिकवों को दूर कर क्षमा-पर्व मनाना चाहिए। दिल से मांगी गई क्षमा हमें सज्जनता और सौम्यता के रास्ते पर ले जाती है। आइए, इस क्षमा-पर्व पर हम अपने मन में क्षमाभाव का दीपक जलाएं और उसे कभी बुझने न दें, ताकि क्षमा का मार्ग अपनाते हुए धर्म के रास्ते पर चल सकें। हम दोनों ही गुण स्वयं में विकसित करें, क्योंकि कहा जाता हैं कि क्षमा मांगने से बड़ा क्षमा करने वाला होता है।
इस मौके पर कहा गया कि जब तक मन की कटुता दूर नहीं होगी, तब तक क्षमावाणी पर्व मनाने का कोई अर्थ नहीं है। जैन धर्म क्षमाभाव ही सिखाता है। हमें भी रोजमर्रा की सारी कटुता, कलुषता को भूलकर एक-दूसरे से क्षमा मांगते हुए और एक-दूसरे को क्षमा करते हुए सभी गिले-शिकवों को दूर कर क्षमा-पर्व मनाना चाहिए। दिल से मांगी गई क्षमा हमें सज्जनता और सौम्यता के रास्ते पर ले जाती है। आइए, इस क्षमा-पर्व पर हम अपने मन में क्षमाभाव का दीपक जलाएं और उसे कभी बुझने न दें, ताकि क्षमा का मार्ग अपनाते हुए धर्म के रास्ते पर चल सकें। हम दोनों ही गुण स्वयं में विकसित करें, क्योंकि कहा जाता हैं कि क्षमा मांगने से बड़ा क्षमा करने वाला होता है।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर श्री शांतिनाथ प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष कमल कुमार जैन, मंत्री अखिल जैन, कोषाध्यक्ष मगन कुमार जैन, केवल जैन, हीरालाल बैनारा, नवीन जैन घी वाले, महेश चंद जैन, विजय जैन, अनिल आदर्श जैन, सतीश जैन, राजेंद्र जैन, राकेश जैन पैंट, राहुल जैन, रवि जैन, अनुराज जैन, अमित जैन, अनंत जैन, विपिन जैन, आशीष जैन, विपुल जैन, मनोज जैन, जीतेश जैन, विशाल जैन, आदित्य जैन, वैभव जैन मीडिया प्रभारी राहुल जैन आदि थे।
इस मौके पर श्री शांतिनाथ प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष कमल कुमार जैन, मंत्री अखिल जैन, कोषाध्यक्ष मगन कुमार जैन, केवल जैन, हीरालाल बैनारा, नवीन जैन घी वाले, महेश चंद जैन, विजय जैन, अनिल आदर्श जैन, सतीश जैन, राजेंद्र जैन, राकेश जैन पैंट, राहुल जैन, रवि जैन, अनुराज जैन, अमित जैन, अनंत जैन, विपिन जैन, आशीष जैन, विपुल जैन, मनोज जैन, जीतेश जैन, विशाल जैन, आदित्य जैन, वैभव जैन मीडिया प्रभारी राहुल जैन आदि थे।