यह भी पढ़ें समाजसेवा की अलख जगाने वाले अशोक जैन सीए का निधन, शोक की लहर नवम्बर की बात थाना अछनेरा क्षेत्र में पुलिस की मिलीभगत से अवैध खनन होता है। जब तब कार्रवाई भी होती है। कभी-कभी अवैध खनन करने वाले पुलिस पर भारी प़ड़ जाते हैं। नवम्बर, 2019 में अवैध खनन करने वालों ने पुलिस पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया। इस मामले में गांव छह पोखर निवासी लोकेश समेत दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। दोनों वांछित हैं। पुलिस इनकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
यह भी पढ़ें जिले में बनेंगे 80 हजार किसान क्रेडिट कार्ड, प्रशासन ने शुरू किया विशेष अभियान क्या है मामला एक महीने पहले लोकेश का फूफा महावीर सिंह और करन सिंह थाना अछनेरा में आकर इंस्पेक्टर संजीव तोमर से मिले। इसी दौरान मुकदमे से नाम निकलवाने के बदले 50 हजार रुपये की व्यवस्था करने की बात हुई। दोनों के बीच बातचीत का ऑडियो दरोगा मनवीर सिंह ने बना लिया। मनवीर ही दोनों को थाने लेकर आया था। वही इस मुकदमे की जांच कर रहे हैं। इस बीच दरोगा मनवीर का तबादला थाना पिढ़ौरा हो गया, जिसे सजा के बतौर माना जाता है। दरोगा को जब पता चला कि उसका तबादला इंस्पेक्टर की गोपनीय रिपोर्ट पर हुआ है तो वह गुस्से से लाल-पीला हो गया। उसने पुलिस के वॉट्सऐप ग्रुप में रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल कर दिया।
एसएसपी का कठोर कदम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने इस मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी अछनेरा वीर कुमार से कराई। आरोपों की पुष्टि होने के बाद उन्होंने इंस्पेक्टर संजीव तोमर और दरोगा मनवीर को निलंबित कर दिया। दरोगा मनवीर की गतिविधियां भी संदिग्ध पाई गईं। इंस्पेक्टर ने कहा था कि 50 हजार की व्य़वस्था कर लो तो पैर में गोली नहीं पड़ेगी। पिटाई नहीं होगी। जो मुकदमा दर्ज है, उसी में जेल जाओगे।